600 साल पुरानी सुनहरे बाज की आकृति मैक्सिको सिटी के प्राचीन मंदिर में मिली
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 4, 2021 04:56 PM2021-02-04T16:56:10+5:302021-02-04T16:57:15+5:30
मैक्सिको के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एंथ्रोपोलॉजी एंड हिस्ट्री के रोडोल्फो एग्युलार की टीम ने यह खोज की है.
मैक्सिको सिटीः मैक्सिको सिटी में खुदाई कर रहे पुरातत्वविदें को ग्रेट टेंपल में 600 साल पुरानी सुनहरे बाज की एक आकृति मिली है.
मैक्सिको के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एंथ्रोपोलॉजी एंड हिस्ट्री के रोडोल्फो एग्युलार की टीम ने यह खोज की है. ज्वालामुखी की चट्टान पर यह आकृति बनी है, जो पिरामिड के आकार के मंदिर के निचले हिस्से में मिली सबसे बड़ी आकृति है. टेंप्लो मेयर एक विशाल ढांचा था, जो अजटेक धर्म और संस्कृति के केंद्र में था.
इन लोगों में इस मंदिर को ब्रह्मांड का केंद्र माना गया है. इसे 15वीं शताब्दी की शुरुआत में बनवाना शुरू किया गया था. इस बाज को जमीन पर उकेरा गया है और इसके ऊपर एक और फ्लोर भी बनाई गई, जिसकी वजह से यह संरक्षित रहा.
संस्कृति का हिस्सा: यह आकृति मैक्सिको सिटी की दो गलियों के मोड़ पर है. जब यह बनाया गया था, तब यह मंदिर की दक्षिणी ढलान पर था. इस सुनहरे बाज को इत्जकुऑटली या ऑब्जीडियन बाज भी कहा जाता है. सेंट्रल मैक्सिको के स्थानीय लोगों की नहॉल भाषा में इसे यह नाम दिया गया है और यह अजटेक संस्कृति का हिस्सा है. इसे एक पवित्र चिह्न माना जाता था. और यह भी माना जाता था कि यह सूरज के जन्म के दौरान मौजूद था और इसका संकेत अजटेक संस्कृति में योद्धाओं के लिए इस्तेमाल किया जाता था.