जानें वॉशिंगटन पोस्ट के संपादक ने BJP नेता को क्यों कहा- जेफ बेजोस हमें नहीं बताते क्या लिखना है, पत्रकारिता सरकारों को रिझाने के लिए नहीं है!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 19, 2020 09:36 IST2020-01-19T09:36:13+5:302020-01-19T09:36:13+5:30
पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए भी समय मांगा था।लेकिन, पीएमओ की तरफ से उन्हें समय नहीं दिया गया। इसके बाद जेफ बेजोस भारत सरकार के किसी भी मंत्री से नहीं मिले।

जानें वॉशिंगटन पोस्ट के संपादक ने BJP नेता को क्यों कहा- जेफ बेजोस हमें नहीं बताते क्या लिखना है, पत्रकारिता सरकारों को रिझाने के लिए नहीं है!
अमेजन कंपनी के मालिक जेफ बेजोस पिछले दिनों भारत के दौरे पर थे। उन्होंने इस दौरान भारत के कई दिग्गज व्यवसायी व फिल्मी हस्तियों से मुलाकात की। इसके अलावा, उन्होंने देश के पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए भी समय मांगा था।लेकिन, पीएमओ की तरफ से उन्हें समय नहीं दिया गया। इसके बाद जेफ बेजोस भारत सरकार के किसी भी मंत्री से नहीं मिले। उनके इस यात्रा के दौरान भाजपा नेता विजय चौथाईवाले ने ट्वीट कर बेजोस के स्वामित्व वाले 'वॉशिंगटन पोस्ट' के बहाने उनपर तंज कसा था।
Just to clarify: Jeff Bezos doesn't tell Washington Post journalists what to write. Independent journalism is not about charming governments. But there's no question the work of our correspondents and columnists fits within India's democratic traditions. https://t.co/TzrMZoCw69
— Eli Lopez (@elopezgross) January 17, 2020
इसके जवाब में वॉशिंगटन पोस्ट के संपादक ने भाजपा को जवाब देते हुए ट्वीट किया कि जेफ कभी संस्थान के पत्रकारों को नहीं बताते हैं कि क्या लिखना है और क्या नहीं लिखना है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं आपको साफ कर देना चाहता हूं कि जेफ बेजोस वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकारों को नहीं बताते हैं कि उन्हें क्या लिखना है। स्वतंत्र पत्रकारिता सरकारों को रिझाने के लिए नहीं होती है। हमारे पत्रकारों और लेखकों का काम भारतीय लोकतंत्र की परंपराओं के अनुसार ही होता है, जिसपर सवाल नहीं उठाया जा सकता।
बता दें कि पिछले दिनों भारत सरकार के मंत्री पीयूष गोयल ने भी कहा था कि बेजोस भारत में एक अरब डॉलर निवेश कर कोई अहसान नहीं कर रहे हैं। इसके साथ ही कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया द्वारा अमेजन कंपनी के खिलाफ जांच की जा रही है। वहीं, दूसरी ओर वॉशिंगटन पोस्ट भी मोदी सरकार के खिलाफ आलोचना करता रहा है। ऐसे में संभावना है कि इन्हीं सभी वजहों से मोदी ने जेफ को मिलने का समय नहीं दिया है।