जानें कौन है दिल्ली हिंसा के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद जामिया की प्रेग्नेंट छात्रा सफूरा जरगर, जिसपर UAPA के तहत पुलिस से दर्ज किया है केस
By पल्लवी कुमारी | Published: May 5, 2020 01:28 PM2020-05-05T13:28:23+5:302020-05-05T13:28:23+5:30
27 वर्षीय सफूरा जरगर एक एक्टिविस्ट हैं, उन्होंने जामिया से एम.फिल किया हुआ है और वह जामिया समन्वय समिति (JCC) से जुड़ी हुई है। दिल्ली पुलिस जब उनको गिरफ्तार कर ले गई तो वह प्रेग्नेंट थीं।
नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा के आरोप में जामिया मिल्लिया इस्लामिया की रिसर्च स्कॉलर सफूरा जरगर फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है। सफूरा जरगर पर दिल्ली पुलिस ने उत्तरपूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। 10 अप्रैल 2020 को दिल्ली पुलिस की विशेष सेल द्वारा सफूरा को गिरफ्तार किया गया है। 21 अप्रैल 2020 को दिल्ली पुलिस ने सफूरा जरगर के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया है। सफूरा जरगर को फरवरी में भी नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली के जाफराबाद मेट्रो स्टेशन से हिरासत में लिया गया था। सफूरा जरगर तीन महीने की प्रेग्नेंट हैं। दिल्ली पुलिस ने जब उन्हें 10 अप्रैल 2020 को गिरफ्तार किया तो वह प्रेग्नेंट थीं।
पिछले कुछ दिनों से ट्विटर पर हैशटैग #SafooraZargar ट्रेंड में है
ट्विटर पर इन दिनों सफूरा जरगर की प्रेगनेंसी को लेकर विवाद छिड़ गया है। पिछले कई दिनों से सफूरा जरगर की प्रेगनेंसी को लेकर लोग सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोगों को कहना है कि प्रेग्नेंट महिला को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर अमानवीय बर्ताव किया है। तो वहीं कुछ लोगों को कहना है कि कानून सबसे ऊपर है।
3 मई 2020 को बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने सफूरा जरगर को लेकर एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ''कृपया मेरे भाषण से उसकी (सफूरा जरगर) की प्रेगनेंसी को न जोड़ें। यह तरीका काम नहीं आएगा।''
Please don't connect her pregnancy with my speech
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) May 3, 2020
It doesn't work that way https://t.co/WtKokksIqR
कपिल मिश्रा ने यह ट्वीट, सलमान निजामी के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए किया था। सलमान निजामी सफूरा जरगर की रिहाई की मांग करते हुए लिखा था, एक्टिविस्ट सफूरा जरगर (गर्भवती) रमज़ान के दौरान जेल में है, दंगा भड़काने वाले कपिल मिश्रा जैसे लोग आजाद हैं। मोदी के INDIA में मुसलमान होना अपराध है। शर्म करो!
इस दोनों ट्वीट के बाद सफूरा जरगर पिछले कुछ दिनों से ट्विटर पर फिर से चर्चा में हैं।
सफूरा जरगर की प्रेगनेंसी को लेकर क्या हो रहा है विवाद
सफूरा जरगर को लेकर कई लोगों ने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि उनकी शादी नहीं हुई है तो वह प्रेग्नेंट कैसे हैं। हालांकि इस बात में कोई सच्चाई नहीं है। द प्रिंट ने सफूरा जरगर के पति के हवाले से लिखा है, उन्हें देश की कानून व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। सोशल मीडिया पर सफूरा जरगर की प्रेगनेंसी को लेकर टिप्पणी पर महिला के पति कहते हैं, ''मैं भी उन्हें जवाब देकर इन ट्रोल करने वालों गरिमा को बढ़ाना नहीं चाहता, वे वही करेंगे जो उनको आता है।''
सफूरा जरगर के पति ने कहा, हम उम्मीद कर रहे थे कि सफूरा को जल्द ही जमानत मिल जाएगी, लेकिन लॉकडाउन के कारण, पूरी मशीनरी धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है। लेकिन हमें अपनी न्यायिक प्रणाली पर पूरा भरोसा है।
देखें ट्विटर पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
If you have real eyes see this picture, She is married and she continued her study too in her married life, not like you illiterate guys who don't have respect for women.
— Kunal Dutt (@KunalDutt53) May 5, 2020
Shame on you Guys!#सफूरा_जरगर#Safoora_Zargar#SafooraZargarpic.twitter.com/Qaij9IT28r
I don’t get the fuss about #SafooraZargar Whether she’s married or not, how she got pregnant - are questions that should bother noone. How is the world concerned about how and by whom she got pregnant. Her body, her decision. Guys, get over misogyny, please#Safoora_Zargar
— Rakesh Goswami (@DrRakeshGoswami) May 5, 2020
Why are some useless Ppl asking if safoora is married or unmarried? How does it matter?
— Surbhi Dwivedi (@DwivediSurbhi) May 4, 2020
Who the hell are they to question #SafooraZargar 's dignity?
It just shows the upbringing of these A******. I am disturbed by all the sick comments & posts everywhere on SM about her.
I don’t have any mercy for #SafooraZargar , she has to face the law and the law of land is to decide whether to release or not. At the same time I request my fellow Indians to refrain commenting indecently against her. our culture should be an example for others to lead.
— Er Aijaz Hussain (@IAmErAijaz) May 4, 2020
How low can someone stoop! Instead of showing empathy to this mother-to-be, trolls are busy spreading rumours. #SafooraZargarhttps://t.co/zXJEMfNSwB
— Tabeenah Anjum (@TabeenahAnjum) May 5, 2020
THIS- Safoora Zargar was the media coordinator for @Jamia_JCC , a student of #JamiaMilliaIslamia
— Zeba Warsi (@Zebaism) April 26, 2020
She was involved in the student protest outside the campus, which remained peaceful.
She’s pregnant.
This report says she’s kept in solitary confinement. https://t.co/JWI9ti7Xw1
A democracy allows protest such as that against #CAA. So why is a pregnant woman student arrested on anti terror charges in midst of #lockdown and pandemic?
— Saba Naqvi (@_sabanaqvi) April 26, 2020
Her baby will be born in jail?
India: Charged with anti-terror law, pregnant woman sent to jail https://t.co/rTYkJqaLZI
Safoora, 27-year-old research scholar from JMI who is in the second trimester of her first pregnancy has spent her first day of Ramadan in the high-security Tihar jail. Why? Witch-hunted for having the courage to speak against the wrongdoings of the govt. https://t.co/SjC1kYv24A
— Hasiba Amin 🌈 (@HasibaAmin) April 26, 2020
जानें सफूरा जरगर (Safoora Zargar) के बारे में?
27 वर्षीय सफूरा जरगर एक एक्टिविस्ट हैं। सफूरा जरगर ने जामिया से एम.फिल किया है। सफूरा तीन महीने की प्रेग्नेंट हैं। सफूरा जामिया समन्वय समिति (JCC) से जुड़ी हुई थी और दिसंबर और जनवरी में विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा आयोजित नागरिकता संशोधन कानून (CAA) विरोध का हिस्सा थी। उसे फरवरी में जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर कथित रूप से सीएए के विरोध का नेतृत्व करने के लिए हिरासत में लिया गया था।
जेल में सफूरा को दी जा रही है स्पेशल डाइट
नवभारत टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक तिहाड़ जेल में बंद सफूरा को प्रेग्नेंट होने की वजह से महिला डॉक्टर की सलाह पर स्पेशल डाइट दी जा रही है। जेल अधिकारियों का कहना है कि जब से कोरोना वायरस का आतंक शुरू हुआ है। तब से जो भी कैदी जेल में लाया जाता है। उसे शुरूआत के कम से कम 14 दिन अलग आइसोलेशन वॉर्ड में बिताने पड़ते हैं, ताकि अगर उस कैदी को कोरोना वायरस के कोई लक्षण हो तो वह अन्य कैदियों तक न पहुंचे। इसी के चलते सफूरा को भी अलग सेल में रखा गया था। मय पूरा होने के बाद अब सफूरा को अन्य कैदियों के साथ रखा गया है।
रिपोर्ट में यह भी लिखा गया है कि तीन महीने की प्रेग्नेंट सफूरा के अलावा और भी महिला कैदी यहां ऐसी हैं, जो प्रेग्नेंट हैं। जेल में रहते हुए कई महिला कैदियों की डिलिवरी भी हुई है।