जामिया हिंसा को लेकर पुलिस पर उठे सवाल तो IPS ने ट्वीट कर दिया जवाब, लिखा- 'दिल्ली पुलिस के हर प्रयास में भारत का नागरिक साथ है'
By पल्लवी कुमारी | Published: December 17, 2019 10:39 AM2019-12-17T10:39:12+5:302019-12-17T10:39:12+5:30
दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पास हुई हिंसा में कथित तौर पर शामिल आपराधिक पृष्ठभूमि वाले 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोगों में कोई भी छात्र नहीं है।
दिल्ली के जामिया इलाके में नागरिकता कानून को लेकर पिछले दो-तीन दिनों से विरोध प्रदर्शन जारी है। इस विरोध प्रदर्शन को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोग अपनी बात रख रहे हैं। इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली पुलिस भी आरोपों के घेरे में है। कई लोगों ने दिल्ली पुलिस की आलोचना करते हुए कहा है कि बिना यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के आदेश के पुलिस यूनिवर्सिटी कैंपस में घुसी कैसे? इसी क्रम में आईपीएस (IPS) संदीप मित्तल ने ट्वीट करते हुए कहा है कि कहा है कि वह दिल्ली पुलिस के साथ हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ''देश में खौफ पैदा करने वाली नक्सलवादियों और जिहादियों की संयुक्त साजिश का दमन करने में दिल्ली पुलिस के हर प्रयास में भारत का हर नागरिक साथ खड़ा है। देशद्रोही तत्वों को जल्दी से जल्दी पहचान कर उनके विरुद्ध संवैधानिक कार्यवाही की जाएगी, ऐसा देश का हर नागरिक विश्वास रखता है।''
देश में खौफ पैदा करने वाली नक्सलवादियों और जिहादियों की संयुक्त साजिश का दमन करने में दिल्ली पुलिस के हर प्रयास में भारत का हर नागरिक साथ खड़ा है। देशद्रोही तत्वों को जल्दी से जल्दी पहचान कर उनके विरुद्ध संवैधानिक कार्यवाही की जाएगी, ऐसा देश का हर नागरिक विश्वास रखता है। #CAA
— Sandeep Mittal, IPS (@smittal_ips) December 15, 2019
आईपीएस (IPS) संदीप मित्तल ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से जावेद अख्तर के भी एक ट्वीट का जवाब दिया, जो काफी वायरल हुआ। लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने ट्वीट कर लिखा था, 'लॉ ऑफ लैंड के मुताबिक, किसी भी परिस्थिति में पुलिस किसी भी यूनिवर्सिटी के कैंपस में यूनिवर्सिटी के अधिकारियों की इजाजत के बिना नहीं घुस सकती है। जामिया कैंपस में बिना इजाजत घुसकर पुलिस ने एक ऐसी मिसाल कायम की है जो हर यूनिवर्सिटी के लिए एक खतरा है।'
जिसका जवाब देते हुए संदीप मित्तल ने लिखा, डियर कानूनी विशेषज्ञ, प्लीज लॉ ऑफ लैंड, अनुभाग संख्या और अधिनियम आदि के नाम को थोड़ा विस्तार से समझाएं ताकि हम भी प्रबुद्ध हों।' हालांकि जावेद अख्तर ने इस ट्वीट का कोई रिप्लाई नहीं दिया। आईपीएस (IPS) संदीप मित्तल का ये ट्वीट वायरल हो गया है। ट्वीट पर 12.2 हजार रिट्वीट और 23.4 हजार लोगों ने लाइक किया है। (खबर लिखे जाने तक)
15 दिसंबर को दक्षिण दिल्ली में नागरिकता एक्ट से नाराज भीड़ ने पुलिसकर्मियों, आम नागरिकों और मीडिया को निशाना बनाया। प्रदर्शनकारियों के हिंसक होने व पुलिस के साथ झड़प के पांच घंटे बाद पुलिस ने जामिया नगर में फ्लैग मार्च किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इस घटना में कई लोग घायल भी हुए थे। हिंसक भीड़ ने पुलिसकर्मियों की बड़ी टुकड़ी से संघर्ष किया और मीडिया पर भी पथराव किया। यहां नागरिकता एक्ट को लेकर विरोध किए जा रहे हैं।
जामिया हिंसा मामले में 10 गिरफ्तार, कोई छात्र शामिल नहीं
दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पास हुई हिंसा में कथित तौर पर शामिल आपराधिक पृष्ठभूमि वाले 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आरोपियों को सोमवार की रात गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोगों में कोई भी छात्र नहीं है। विश्वविद्यालय रविवार को उस वक्त जंग के मैदान में तब्दील हो गया था जब पुलिस परिसर में घुस आई थी और वहां बल प्रयोग किया था। दरअसल, संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा और आगजनी हुई थी जिसमें चार डीटीसी बसों, 100 निजी वाहनों और 10 पुलिस वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया जिसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की।