हाथी को बचाने के लिए नहर में उतरा था शख्स लेकिन हुआ कुछ ऐसा ही कि सब रह गए हैरान
By पल्लवी कुमारी | Updated: May 11, 2020 13:02 IST2020-05-11T13:02:28+5:302020-05-11T13:02:28+5:30
7 साल के एक नर हाथी को बचाते हुए जान गंवाने वाले फॉरेस्ट वॉचर सी. चांद्रू की का ये पहला रेस्क्यू ऑपरेशन था। दिंसबर 2019 में वह फॉरेस्ट विभाग में शामिल हुए थे।

प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले के पोल्लाची के पास नहर में एक सात साल का नर हाथी गिर गया था। जिसे बचाने के लिए नहर में उतरे 24 वर्षीय फॉरेस्ट वॉचर सी. चांद्रू की मौत हो गई। इस खबर की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा है। इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए आईएफएस अफसर परवीन कासवान ने लिखा, 7 साल के एक नर हाथी को बचाते हुए आज (यानी 9 मई) 24 वर्षीय फॉरेस्ट वॉचर सी. चांद्रू की मौत हो गई, जो तमिलनाडु के उडुमालपेट फॉरेस्ट रेंज में रेस्क्यू टीम का हिस्सा थे। वह हाथी को बचाने के दौरान नहर के तेज बहाव में बह गए। इनकी आत्मा को शांति मिले!''
Today #forest watcher C. Chandru (24) lost his life while rescuing a seven years old male #elephant. He was part of a team on rescue work at Udumalpet Forest Range, Tamil Nadu. Washed away by the strong current in the Contour canal. Rest in peace soldier 🙏🏻🙏🏻 pic.twitter.com/BnqzPnrql7
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) May 10, 2020
अंग्रेजी वेवसाइट द हिंदू ने इस पर एक रिपोर्ट छापी है। उन्होंने लिखा है कि कोयंबटूर जिले के पोल्लाची के पास नहर में एक 7 साल का नर हाथी गिर गया था। इसकी सूचना मिलने के बाद एक रेस्क्यू टीम उसे बचाने निकली। हालांकि, बचाव कार्य के दौरान पता चला कि हाथी मर चुका है, जिसके बाद उसके शव को नहर से निकाल लिया गया। लेकिन नहर में उतरे सी. चांद्रू की मौत हो गई। यह ऑपरेशन शनिवार शाम तकरीबन 5 बजे किया गया था।
Here are all the details of case; https://t.co/qnLqjr6wBT
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) May 11, 2020
देखें सोशल मीडिया पर लोग क्या लिख रहे हैं?
एक्टर राहुल देव ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
Sincere condolences 🙏🙏🙏
— Rahul Dev (@RahulDevRising) May 10, 2020
Sorry to say.. in Western countries people take at most precautions.. if it is risky for human than the animal, they will let the animal die.
— Ramesh (@mvramesh80) May 10, 2020
Animals can survive alone.. No family commitments.. No emotions..
Who will answerable to his family now?
'Hope his family will be taken care of by the Govt / Forest Department .....
— Happily Nomadic (@ShanilaMeher) May 10, 2020
ट्विटर पर कई लोगों ने चांद्रू के परिवार वालों के लिए चिंता जताई है कि चांद्रू के निधन के बाद उनके परिवार का ख्याल कौन रखेगा।
Hope his family will be taken care of by the Govt / Forest Department .....
— Happily Nomadic (@ShanilaMeher) May 10, 2020
एक यूजर ने लिखा है, कि वन विभाग में संसाधनों का अभाव है।
वन विभाग में संसाधनों का अभाव है
— Jakhar (@Ashok__jakhar) May 10, 2020
उचित संसाधन नही होने से बचाव कार्यो के दौरान बचाने वालो की जान चली जाती हैं
इस पर ध्यान देना चाहिए
चांद्रू का पहला रेस्क्यू ऑपरेशन
फॉरेस्ट रेंज अधिकारी सी. धनबलन ने बताया कि चांद्रू ने दिंसबर (2019) महीने में फॉरेस्ट विभाग ज्वाइन किया था। उसका ये पहला रेस्क्यू ऑपरेशन था। उन्होंने बताया कि तमिलनाडु के फायर एंड रेस्क्यू सर्विसेज के वन अधिकारियों और कर्मियों ने रविवार को उसे तलाशने की काफी कोशिश की लेकिन वह नहीं मिले।