वीडियो: पाकिस्तानियों के स्वतंत्रता दिवस पर दुबई के बुर्ज खलीफा पर नहीं फहराया गया झंडा, नाराज लोगों ने मचाया हंगामा-की नारेबाजी
By आजाद खान | Updated: August 14, 2023 15:59 IST2023-08-14T15:13:34+5:302023-08-14T15:59:12+5:30
जारी वीडियो में एक महिला को यह कहते हुए देखा गया है कि "समय अभी 12 बजकर एक मिनट हुआ है और दुबई के अधिकारियों ने सूचित किया है कि पाकिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज बुर्ज खलीफा पर प्रदर्शित नहीं किया जाएगा। यह हमारी अभी की स्थिति है।"

फोटो सोर्स: Twitter@GemsOf_Politics
Viral Video: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें सौकड़ों पाकिस्तानियों को दुबई के बुर्ज खलीफा के पास देखा जा रहा है। ये लोग यहां आधी रात को पाकिस्तान के झंडे को बुर्ज खलीफा पर फहराने का इंतजार कर रहे है। लेकिन ऐसा नहीं होता है और निराश होकर वहां मौजूद पाकिस्तान शोर मचाते हुए नारे लगाते हुए और घटना का वीडियो बनाते हुए देखा गया है।
दुबई के बुर्ज खलीफा के कई वीडियो सामने आए है जिसमें पाकिस्तानियों को झंडा फहराने का इंतजार करते हुए देखा गया है। बता दें कि आज के ही दिन पाकिस्तान आजाद हुआ था और हर साल 14 अगस्त को पाकिस्तानी लोग अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते है।
क्या दिखा वीडियो में
वायरल हो रहे इस वीडियो में यह देखने को मिला है कि एक महिला वीडियो रिकॉर्ड कर रही है और कह रही है कि "समय अभी 12 बजकर एक मिनट हुआ है और दुबई के अधिकारियों ने सूचित किया है कि पाकिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज बुर्ज खलीफा पर प्रदर्शित नहीं किया जाएगा। यह हमारी अभी की स्थिति है।"
A Pakistani lady narrates, How Pakistan flag didn't show up on Burj Khalifa on their Independence day😂😂🤣🤣 pic.twitter.com/WNbEOetANL
— Gems of Politics (@GemsOf_Politics) August 14, 2023
महिला को आगे यह कहते हुए सुना गया है कि "यहां सभी पाकिस्तानी नागरिकों को नारे लगाते हुए देखा जा सकता है, फिर भी बुर्ज खलीफा पर पाकिस्तान का झंडा नहीं दिखाया गया है। यह बहुत दुखद है कि उन्होंने सभी पाकिस्तानियों के साथ मजाक किया है।"
क्या है पूरा मामला
इस वीडियो को GemsOf_Politics नामक एक एक्स अकाउंट से शेयर किया गया है। वीडियो को अब तक 97 हजार व्यूज मिल चुके है और इसे अब तक 1500 से ज्यादा लाइक्स मिल चुकी है। बता दें कि वीडियो में लोगों को निराश होकर उस जगह से दूर जाते देखा जा सकता है क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि बुर्ज खलीफा के अधिकारियों द्वारा उनकी भावना को समझा जाएगा और झंडा लहराया जाएगा।