Fact Check: अमेरिकी चुनाव में फर्जी वोट किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा है वायरल? जानें सच्चाई
By अनुराग आनंद | Published: November 8, 2020 02:31 PM2020-11-08T14:31:07+5:302020-11-08T14:34:41+5:30
वीडियो को ट्वीट कर एक यूजर पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि अमेरिका में चुनाव कराने वाले खुद जब फर्जी वोटिंग करेंगे तो डोनाल्ड ट्रंप जी सुप्रीम कोर्ट तो जाएंगे ही ना..
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडन की जीत हुई है। जो बाइडन ने 290 से अधिक इलेक्टोरल वोट प्राप्त किए हैं, जबकि जीत के लिए महज 270 इलेक्टोरल वोट की जरूरत होती है।
इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो को साझा कर यह दावा किया जा रहा है कि अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ फर्जी वोट डाले गए हैं।
दरअसल, एक सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि कुछ लोग गलत तरह से मतपत्रों के साथ मतदान केंद्र पर जाते और वोट गिराकर वह वहां से निकल जाते हैं। आइए जानते हैं कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो की सच्चाई क्या है?
अमेरिका में चुनाव कराने वाले खुद जब फर्जी वोटिंग डाला तो @realDonaldTrump जी SC तो जाएँगेहि ना इसी लिए लिबरल गैंग बहुत खुश हैं pic.twitter.com/PuXqKzzMdC
— Pushpendra Kulshreshtha (@ThePushpendra_) November 6, 2020
जानें क्या है पूरा मामला-
बता दें कि सोशल मीडिया पर, एक सीसीटीवी फुटेज में कुछ लोग दिखाई दे रहे हैं जो मतपेटी में मतदान पत्र को गलत तरह से गिराते हुए दिख रहे हैं। अब सोशल मीडिया पर वीडियो को इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि अमेरिकी चुनाव के परिणामों में धांधली हुई थी।
इस वीडियो को ट्वीट कर एक यूजर पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि अमेरिका में चुनाव कराने वाले खुद जब फर्जी वोटिंग करेंगे तो डोनाल्ड ट्रंप जी सुप्रीम कोर्ट तो जाएंगे ही ना इसी लिए लिबरल गैंग बहुत खुश हैं।
वायरल वीडियो की ये है सच्चाई
फेक खबरों को सर्च करने के लिए InVID tool के इस्तेमाल करने पर हमने पाया कि यह वीडियो 2018 के रूसी राष्ट्रपति चुनाव का है। इसके अलावा हमने पाया कि इस वीडियो को मार्च 2018 में ही एएफपी के यूट्यूब चैनल पर साझा किया गया है।
वीडियो की हेडलाइन में लिखा है कि सीसीटीवी में रूसी मतदान केंद्र पर गलत तरह से वोट गिराते हुए कर्मचारियों को स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है। इंडिया टुडे की मानें तो इस मामले में चुनाव पर्यवेक्षकों ने रूस के चुनाव आयोग द्वारा प्रदान किए गए सीसीटीवी फुटेज को उजागर किया था।
मास्को के बाहरी इलाके में रूसी शहर हुबर्टसी के एक मतदान केंद्र के कर्मचारियों को अतिरिक्त वोट डालते हुए वीडियो में देखा गया था। चुनाव आयोग ने माना था कि यह एक तरह का धोखाधड़ी है। चुनाव आयोग ने कहा था कि धोखाधड़ी वाले वोट रद्द कर दिए जाएंगे। इस तरह साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो गलत है।