उत्तराखंड: केदारनाथ से लौटते समय परिवार से बिछड़ गई थी बुजुर्ग महिला, गूगल ट्रांसलेट की मदद से घर लौट पाई सुरक्षित
By भाषा | Updated: May 11, 2023 08:34 IST2023-05-11T08:13:50+5:302023-05-11T08:34:15+5:30
बुजुर्ग महिला की मदद करने वाले पुलिस वालों ने बताया है कि “इशारों-इशारों में हमने उसे भरोसा दिलाया कि वह अपने परिवार से फिर से मिल जाएगी। हमने उसे कुछ जलपान की पेशकश की और जो कुछ भी वह हमें बताने की कोशिश कर रही थी, उसकी व्याख्या करने के लिए गूगल ट्रांसलेट की मदद ली।”

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देहरादून: खराब मौसम के कारण केदारनाथ से लौटते समय अपने परिवार से बिछड़ी आंध्र प्रदेश की 68 वर्षीय महिला गूगल ट्रांसलेट की मदद से अपने परिजनों से मिल पाई है। एक अधिकारी ने बताया कि गौरीकुंड शटल पार्किंग में मंगलवार की रात स्थानीय पुलिस को महिला बेहोशी की हालत में मिली है।
केवल तेलुगु में ही बात कर पा रही थी महिला
मामले में पुलिस ने बताया कि तेलुगु भाषी बुजुर्ग महिला पुलिस कर्मियों के साथ हिंदी या अंग्रेजी में संवाद करने में असमर्थ थी। उप-निरीक्षक रमेश चंद्र बेलवाल ने बताया, “जब हमने उससे बात करने की कोशिश की तो हमने महसूस किया कि वह हिंदी या अंग्रेजी में बात नहीं कर सकती थी। वह केवल तेलुगु बोल रही थी।”
महिला की बात समझने के लिए हमनें गूगल ट्रांसलेट की मदद ली- पुलिस
पुलिस ने आगे बताया कि “इशारों-इशारों में हमने उसे भरोसा दिलाया कि वह अपने परिवार से फिर से मिल जाएगी। हमने उसे कुछ जलपान की पेशकश की और जो कुछ भी वह हमें बताने की कोशिश कर रही थी, उसकी व्याख्या करने के लिए गूगल ट्रांसलेट की मदद ली।”
एक गाड़ी का इंतेजाम कर बुजुर्ग महिला को मिलवाया गया परिवार से- अधिकारी
बेलवाल ने बताया कि उन्होंने हमें जो नंबर बताया हमने उस पर बात की तो पता चला कि उनके रिश्तेदार सोनप्रयाग में थे और उसके बारे में चिंतित थे। अधिकारी ने कहा कि एक वाहन की व्यवस्था की गई और महिला को उसके परिवार से मिलाने के लिए सोनप्रयाग ले जाया गया।