दिल्ली में डेढ़ महीने से नहीं हिला था यह नाग, लोगों ने माना था चमत्कार लेकिन ये निकली सच्चाई
By पल्लवी कुमारी | Updated: March 3, 2018 04:23 IST2018-03-03T04:23:34+5:302018-03-03T04:23:34+5:30
गांव वालों ने तो उसके लिए एक चलता-फिरता शिव जी का मंदिर भी बनवा दिया। वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट ने रेस्क्यू किया तो सामने आया सच।

दिल्ली में डेढ़ महीने से नहीं हिला था यह नाग, लोगों ने माना था चमत्कार लेकिन ये निकली सच्चाई
नई दिल्ली, 3 मार्च; दिल्ली के रेवला खानपुर गांव के पास एक कोबरा सांप की कहानी सुर्खियों में आई थी। रेवला खानपुर गांव में डेढ़ महीने से भी ज्यादा एक ही जगह पर एक कोबरा बैठा हुआ था, ना वह हिलता और ना ही वह वहां से कहीं जाता था। सांप को एक ही जगह पर कई महीनों से बैठा देख लोगों उसको कोई चमत्कार मान रहे थे। गांव के लोगों ने तो उसके लिए एक चलता-फिरता शिव जी का मंदिर भी बनवा दिया। लोगों का कहना था कि यह सांप यहां तपस्या कर रहा है। इस सांप को 28 फरवरी को वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट ने रेस्क्यू करा लिया है। इसके बाद उस सांप की वहां से ना हिलने की जो वजह सामने आई है, उसने सारे भ्रम तोड़ दिए हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान वाइल्ड लाइफ विभाग ने बताया कि यह कोबरा किसी चमत्कार की वजह से नहीं बल्कि बीमारी की वजह से नहीं हिल पा रहा था। इसी वजह से वह कई दिनों तक रेंग नहीं पा रहा था। उन्होंने आगे बताया कि वह तो पहले से ही बीमारा था इसके अलावा लोगों के जमघट और धूप-अगरबत्ती जलाने से उसकी हालत और भी खराब होते चली गई। अगर उसे रेस्क्यू करने में दो से तीन दिन का और वक्त लग जाता तो शायद सांप मर भी सकता था।
वाइल्ड लाइफ विभाग के मुताबिक कोबरा को असौला भाटी वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी में छोड़ा गया। जहां वह कुछ वक्त बिल्कुल नहीं हिला। लेकिन जैसे ही उसके पास से रेस्क्यू टीम हट गई तो फिर कुछ देर बाद धीरे-धीरे रेंगते हुए जंगल में चला गया। वहीं, वाइल्ड लाइफ के मुताबिक कई बार सांप जब अपना स्किन बदलते हैं तो वह रेंग नहीं पाते हैं।
