पहले की मां की हत्या, फिर 3 दिन बाद आत्महत्या, खुदकुशी से पहले मां की आत्मा की शांति के लिए पढ़ी गीता, लिखा 77 पेज का सुसाइड नोट
By रुस्तम राणा | Published: September 6, 2022 08:31 PM2022-09-06T20:31:42+5:302022-09-06T20:31:42+5:30
क्षितिज ने अपनी मां मिथिलेश का पहले गला घोंटा और फिर इसके बाद उसका गला काट दिया। तीन दिन बाद रविवार को खुद की जीवनलीला भी समाप्त कर ली।
नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 24 में रविवार को हुई सुसाइड की एक घटना आपको झकझोर देगी। यहां अपनी मां के साथ रहने वाले 25 वर्षीय क्षितिज ने आत्महत्या कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। लेकिन खुदकुशी से पहले उसने अपनी मां की हत्या की और 77 पन्नों के सुसाइड नोट में लिखकर यह बताया कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया।
क्षितिज के पिता सरकारी कर्मचारी थे जिनकी दस साल पहले ही मौत हो गई थी, जिसके बाद वह अपनी माता के साथ पिता को मिलने वाली पेंशन से गुजारा चल रहा था। पुलिस के अनुसार, क्षितिज ने तीन दिन पहले अपनी मां की हत्या कर दी थी और वह दो दिनों तक उसकी लाश के साथ रहा। जब लाश में से बदबू आने लगी तो उसने डियोड्रेंट छिड़क दिया।
क्षितिज ने अपनी मां मिथिलेश का पहले गला घोंटा और फिर इसके बाद उसका गला काट दिया। तीन दिन बाद रविवार को खुद की जीवनलीला भी समाप्त कर ली। पुलिस ने कहा कि मामला रविवार को तब सामने आया जब रोहिणी में घर से दुर्गंध आने के बाद पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
जांच में पता चला कि क्षितिज को रविवार शाम करीब सात बजे उसकी मां की सहेली का फोन आया था। पुलिस ने कहा कि जब उसने उससे उसकी मां के ठिकाने के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि उसने गुरुवार को उसकी हत्या कर दी और शव घर में है। वह खुद को भी मारने जा रहा है।
क्षितिज ने 77 पन्नों का एक सुसाइड नोट छोड़ा जिसमें उसने गुरुवार को अपनी मां की हत्या करने की बात स्वीकार की और अपने "अवसाद" का भी उल्लेख किया। उसने यह भी लिखा कि वह अपना जीवन समाप्त करना चाहता था क्योंकि वह भी बेरोजगार था। सुसाइड नोट पर क्षितिज ने उल्लेख किया कि बचपन से ही वह अकेला था और उसका कोई दोस्त नहीं था।
उसने अपने पिता और उसके साथ होने वाली समस्याओं के बारे में भी लिखा था। उसके पिता की मृत्यु के बाद, उसने कहा कि उसकी माँ ने उसे पैसे नहीं दिए और वह और उसकी माँ दोनों एक बीमारी से पीड़ित थे। नोट में यह भी उल्लेख किया गया था कि उसकी मां बहुत कुछ कर चुकी थी और वह उसे मुक्त करना चाहता था।"
क्षितिज ने लिखा कि उसने सबसे पहले अपनी मां का गला घोंटकर मारा। 10 मिनट के बाद उसने उसका गला काट दिया क्योंकि उसने कहीं पढ़ा था कि अगर किसी व्यक्ति का गला घोंट दिया गया तो आत्मा मोक्ष प्राप्त नहीं कर पाएगी। इसलिए, उसने अपनी मां की आत्मा को मुक्त करने के लिए उसका गला काट दिया। उसमें मां के शव पर गंगाजल छिड़का और आत्मा की शांति के लिए गीता भी पढ़ी।