चोरों ने 150 साल पुरानी और विख्यात ऐतिहासिक धूप घड़ी को क्षतिग्रस्त किया, धातु का ब्लेड चुराया, जानिए पूरा मामला
By एस पी सिन्हा | Published: February 9, 2022 06:12 PM2022-02-09T18:12:23+5:302022-02-09T18:13:13+5:30
ब्रिटिश काल में 1871 ईस्वी में इसका निर्माण कराया गया था, तब से ये संरक्षित था. दूर-दूर से लोग इस ऐतिहासिक धूप घड़ी को देखने आते थे.
पटनाः बिहार के रोहतास जिले में चोरों ने ऐतिहासिक चीजों पर हाथ साफ कर दिया है. घटना डेहरी के एनीकट इलाके की है, जहां चोरों ने 150 साल पुरानी और विख्यात ऐतिहासिक धूप घड़ी को क्षतिग्रस्त कर उसके धातु का ब्लेड चुरा लिया.
बताया जाता है कि ब्रिटिश काल में 1871 ईस्वी में इसका निर्माण कराया गया था, तब से ये संरक्षित था. दूर-दूर से लोग इस ऐतिहासिक धूप घड़ी को देखने आते थे. लेकिन रखरखाव एवं सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने के कारण चोरों ने धूप घड़ी पर हाथ साफ कर दिया. जिस इलाके में घटना घटी यह इलाका ज्यादातर पुलिस अधिकारियों के आवासीय क्षेत्र है.
डीआईजी, एसपी, एएसपी सहित तमाम आला पुलिस अधिकारियों के कार्यालय एवं आवास इसी इलाके में है. फिर भी चोरों की हिम्मत देखिए की धूप घड़ी को ही क्षतिग्रस्त कर उसे चुरा लिया. ‘सन- वॉच’ का परिसर भी पहले से टूटा हुआ है. स्थानीय लोगों के अनुसार धूप घड़ी की स्थापना ब्रिटिश हुकूमत के द्वारा की गई थी.
यहां यांत्रिक कार्यशाला में कार्य करने वाले मजदूर इसी घड़ी से समय देखकर आते और जाते थे. उस समय किसी भी तरह की घडी आम लोगों की पहुंच से बहुत दूर थी. इलाके के लोग पहले ही आरोप लगाते थे कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की लापरवाही के कारण इस प्राचीन धूप घड़ी की दीवारें टूट चुकी थी और सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं था.
इस इलाके से हर रोज वीवीआइपियों का आना जाना होता था, लेकिन इसके बावजूद किसी की निगाहें इस और नहीं पडती थी. लोग सरकार से इस धरोहर को सुरक्षित कर इसे पर्यटन के रूप में विकसित की लगातार मांग कर रहे थे. स्थानीय लोग इस करतूत से काफी मायूस है. इस ऐतिहासिक धरोहर की चोरी और छतिग्रस्त करने की घटना ने पुलिस महकमे में खलबली मचा दी है. जिसके बाद पुलिस लगातार चोर की तलाश में छापेमारी कर रही है.