PUBG खेलते हुए ब्लास्ट-ब्लास्ट चिल्लाया लड़का, शरीर हुआ लाल और हो गई मौत
By रजनीश | Updated: May 31, 2019 14:02 IST2019-05-31T14:02:29+5:302019-05-31T14:02:29+5:30
डॉक्टर का कहना है कि इस गेम का दिमाग पर बुरा असर होता है। कहीं न कहीं खेलने वाले को ऐसा लगने लगता है कि गेम में उसके साथ जो हो रहा है वही हकीकत है। ऐसे में गेम उनके दिल दिमाग से पूरी तरह से जुड़ जाता है और ऐसे हालत में कॉर्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है।

पबजी को दिनभर में 6 घंटे खेलने तक सीमित किए जाने की चर्चा है।
मध्य प्रदेश के नीमच जिले में कक्षा 12 के एक छात्र की मौत हो गई। यह घटना उस समय घटी जब छात्र लगातार 6 घंटे से पबजी गेम खेल रहा था। यह घटना 26 मई की शाम को घटी। केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाला फुरकान कुरैशी परिवार के किसी शादी समारोह में घर आया था। उसी दौरान यह घटना घटी।
जब यह घटना घटी उस दौरान कमरे में उसकी दो साल बड़ी बहन फिजा भी मौजूद थी। लगातार 6 घंटे से पबजी खेल रहा फुरकान अचानक से ब्लास्ट करो, ब्लास्ट करो चिल्लाने लगा। साथ ही वह यह भी कह रहा था कि अयान तूने मुझे हरवा दिया और मरवा दिया, अब मैं तेरे साथ नहीं खेलूंगा।
मृतक फुरकान ने पिता ने कहा कि फिजा के चिल्लाने पर हम सब कमरे की तरफ भागे और देखा कि फुरकान अचेत पड़ा हुआ है। उसका शरीर लाल हो गया था। इसके बाद हम उसे पास के ही कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर अशोक जैन के पास ले गए। हमारे पहुंचते ही डॉक्टर ने उसे मृतक घोषित कर दिया।
फुरकान के पिता कहते हैं कि वह इस गेम का आदी था। कई बार उन्होंने उसे गेम न खेलने के लिए समझाया भी लेकिन वह नहीं माना। मोबाइल से गेम डिलीट करने पर वह खाना-पीना छोड़ने की धमकी देता था।
डॉक्टर का कहना है कि इस गेम का दिमाग पर बुरा असर होता है। कहीं न कहीं खेलने वाले को ऐसा लगने लगता है कि गेम में उसके साथ जो हो रहा है वही हकीकत है। ऐसे में गेम उनके दिल दिमाग से पूरी तरह से जुड़ जाता है और ऐसे हालत में कॉर्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है।
पबजी गेम को लेकर कई तरह की खबरें भी। एक खबर यह है कि पबजी को दिनभर में 6 घंटे खेलने तक सीमित किए जाने की चर्चा है। वहीं इस गेम से लोगों के हिंसक और अवसाद ग्रस्त होने की एक नहीं कई घटनाएं हैं।