CAA-NRC: ममता बनर्जी की रायशुमारी वाली बात का आशुतोष ने किया विरोध, यूजर बोला- भैया जी पलटी मार रहे धीरे-धीरे
By रोहित कुमार पोरवाल | Updated: December 20, 2019 09:38 IST2019-12-20T09:37:41+5:302019-12-20T09:38:09+5:30
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक रैली में संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था, ''बीजेपी को बहुमत मिला है, इसका मतलब यह नहीं है कि जो वह चाहती है, कर सकती है। अगर बीजेपी में साहस है तो उसे सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह कराना चाहिए।’’

आशुतोष की फाइल फोटो।
संशोधिक नागरिकता कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) के मुद्दे पर देशभर में प्रदर्शनों के बीच ममता बनर्जी के संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह के विचार का पूर्व आम आदमी पार्टी नेता आशुतोष ने विरोध किया है। इस पर वह ट्विटर यूजर्स द्वारा ट्रोल हो रहे हैं। आशुतोष ने एक खबर का लिंक ट्वीट करते हुए लिखा, ममता बनर्जी की जनमत संग्रह की मांग कतई ठीक नहीं है। विरोध सरकार से है तो सरकार से बात होनी चाहिये।'' आशुतोष की इस बात पर एक यूजर ने यहां तक कह दिया, ''भैया जी पलटी मार रहे धीरे-धीरे।''
बता दें कि ऐसी कयासबाजी लगती रही है कि आशुतोष का रुख भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और पीएम नरेंद्र मोदी के प्रति नरम हुआ है।
bhayya ji palti maar rahe dhire-dhire
— Dj_Nastik(but non-secular) (@DPaithe) December 19, 2019
आशुतोष के ट्वीट पर एक यूजर सुनील राजा ने लिखा, ''जनमत भी कर के देख लो.. 80-20 से CAA और NRC की ही जीत होगी!''
जनमत भी कर के देख लो ... 80-20 से CAA और NRC की ही जीत होगी !
— Sunil Raja (@fab_sunil) December 19, 2019
हालांकि भारत संवाद नाम की प्रोफाइल से जवाब दिया गया, ''कुछ कानून जनमत से भी होने चाहिए।''
कुछ कानून जनमत से भी होना चाहिए.
— Bharat Sambad (@BharatSambad11) December 19, 2019
आशुतोष के ट्वीट के जवाब में उन्हें ट्रोल करने वाले यूजर्स की तादाद ज्यादा नजर आती है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक रैली में संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था, ''बीजेपी को बहुमत मिला है, इसका मतलब यह नहीं है कि जो वह चाहती है, कर सकती है। अगर बीजेपी में साहस है तो उसे सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह कराना चाहिए।’’ उन्होंने यह भी कहा था कि अगर बीजेपी व्यापक मत हासिल करने में विफल रहती है तो उसे सत्ता छोड़ देनी चाहिए।