बिहार: जाम में फंसीं, परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए नेशनल हाईवे पर 2 किमी तक दौड़ी लड़कियां, देखें वीडियो
By विनीत कुमार | Published: February 19, 2023 09:13 AM2023-02-19T09:13:47+5:302023-02-19T09:19:29+5:30
बिहार के कैमूर का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें मैट्रिक की परीक्षा देने वाली लड़कियां परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के लिए हाईवे पर दौड़ती नजर आ रही हैं। एनएच-2 पर लगे भारी जाम की वजह से उन्हें ऐसा करना पड़ा।
कैमूर: बिहार के कैमूर में परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर लड़कियों को दो किलोमीटर तक दौड़ लगानी पड़ी। मामला शुक्रवार का है जिसके तूल पकड़़ने के बाद स्थानीय अधिकारी आलोचनाओं के घेरे में आ गए हैं। एनएच-2 पर भारी जाम की वजह से कई परीक्षार्थी फंस गए। इसके बाद उन्हें अपनी गाड़ी या अन्य वाहनों से उतरकर परीक्षा केंद्र की ओर भागना पड़ा। इन लड़कियों को मैट्रिक की परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र पहुंचना था, जो इसी हफ्ते शुरू हुई हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लड़कियां अपने माता-पिता के साथ परीक्षा केंद्रों के लिए अपने घरों से निकली थीं। हालांकि उनका वाहन भारी ट्रैफिक जाम में फंस गया। कई लड़कियां अपने पैरेंट्स के साथ बाइक पर थीं, तो वहीं कई अन्य ऑटोरिक्शा या कार में सवार होकर परीक्षा केंद्र के लिए निकले थे।
हालांकि, जाम ऐसा लगा कि उनके लिए समय पर परीक्षा केंद्र पर पहुंचना लगभग असंभव लग रहा था। ऐसे में कुछ लड़कियों ने आखिरी मिनटों में गाड़ी से उतरकर केंद्र तक जाने का फैसला किया। कुछ लड़कियों को देख कई अन्य ने भी हाथ में प्रवेश पत्र और कलम आदि लेकर दौड़ लगानी शुरू कर दी। इसी दौरान कुछ लोगों ने अपने मोबाइल कैमरे से इसका वीडियो भी बना लिया जो अब वायरल हो रहा है।
कैमूर में NH 2 पर लगा 2 किलोमीटर तक जाम तो दौड़ कर परीक्षा केंद्र पहुंची मैट्रिक की छात्राएं।#BiharNews#Bihar#kaimur#BiharBoardpic.twitter.com/aWFgVCe7lp
— Humara Bihar (@HumaraBihar) February 17, 2023
वहीं, इस वाकये को लेकर कैमूर जिला शिक्षा अधिकारी सुमन शर्मा ने कहा, 'हम इस घटना के बारे में जानकर बहुत स्तब्ध हैं। ट्रैफिक जाम अब हटा दिया गया है।' उन्होंने साथ ही कहा कि ट्रैफिक जाम के मुद्दे को कई बार स्थानीय प्रशासन के सामने उठया जाता रहा है लेकिन समस्या बनी हुई है।
शर्मा ने कहा, 'हमने विभाग के अधिकारियों के साथ हर बैठक में इस मुद्दे को उठाया है।' जिला शिक्षा अधिकारी ने इस समस्या के लिए सड़क पर लगातार चल रहे निर्माण कार्य को दोष ठहराया। बता दें कि इस बार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा करायी जा रही मैट्रिक की परीक्षा में लड़कों से ज्यादा संख्या लड़कियों की है।