भिखारी मांगता है ऑनलाइन पैसे, दे रहा है डिजिटल इंडिया को बढ़ावा, पीएम मोदी का है फैन
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 7, 2022 04:21 PM2022-02-07T16:21:44+5:302022-02-07T16:28:07+5:30
राजू ने अपने भीख मांगने के तरीके में ही बदलाव कर लिया और बैंक अकाउंट खुलवाकर उसे ऑनलाइन पेमेंट से जोड़ लिया।
बिहार: बेतिया रेलवे स्टेशन पर एक भिखारी गले में ऑनलाइन पेमेंट का क्यूआर कोड़ लटकाये हुए भीख मांगता है। जी हां, बीते 30 साल से भीख मांगने वाले राजू देश के हाईटेक भिखारी हैं, जिनके गले में फोन पे, गूगल पे और पेटीएम के क्यूआर कोड की तख्तियां झूलती रहती हैं और उसी के जरिये वो दानदाताओं से भीख लेते हैं।
खुद को डिजिटल भिखारी कहने वाले राजू का कहना है कि वो भारत को डिजीटल इंडिया बनाने में देश की मदद कर रहे हैं। हर महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' सुनने वाले राजू उनके बहुत बड़े फैन हैं।
राजू बताते हैं कि पहले जब वो भीख मांगते थे तो कई लोग छुट्टा न होने की दलील देकर आगे बड़ जाते थे और राजू का कटोरा खाली रह जाता था। इस बात से परेशान राजू ने अपने भीख मांगने के तरीके में ही बदलाव कर लिया और बैंक अकाउंट खुलवाकर उसे ऑनलाइन पेमेंट से जोड़ लिया।
लेकिन यह सब इतना आसान नहीं था। राजू के पास न तो पैन कार्ड और न ही आधार कार्ड था बैंक वाले ने राजू को समस्या बताई, तब राजू ने सबसे पहले आधार कार्ड बनवाया और उसके बाद पैन कार्ड भी बनवाया। आधार-पैन लेकर राजू सीधे पहुंचे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बेतिया शाखा, जहां के बैंक कर्मचारियों ने तुरंत राजू के नाम से अकाउंट खोल दिया। उसके बाद राजू ने अकाउंट की मदद से ई-वॉलेट बनाया और बन गये देश के हाईटेक भिखारी।
मानसिक रूप से दिव्यांग राजू ने कई सालों काम की तलाश की लेकिन जब उन्हें कोई काम नहीं मिला तो अंत में पेट पालने के लिए वह भीख मांगने को मजबूर हो गये। बीते कई सालों से स्टेशन पर भीख माग कर गुजारा करने वाले वाले राजू जब से डिजीटल हुए हैं, भीख देने वाले भी उनके इस प्रयास से हैरान रह जाते हैं।
दरअसल राजू का कहना है कि लोगों के पास कई बार सचमुच में छुट्टा नहीं रहता है तो कई बार लोग बहाने भी मारते हैं। इसी वजह से राजू ने इस नये तरीके से भीख मांने की तरकीब सोची, जिसे देने वाले भी पसंद करते हैं और खुशी-खुशी राजू को ऑनलाइन अपनी स्वेच्छा से पैसे दे देते हैं।
राजू देने वालों के सामने कम से कम 5 रुपये और अधिकतम 100 रुपये की भीख स्वीकार करता है। राजू भीख मांगने के अपने इस नये आइडिये के कारण बेतिया शहर में काफी चर्चित हैं और लोग खुशी से राजू को ऑनलाइन भीख देते हैं।