क्या आपने भी देखा था रघुवर को हराने वाले सरयू राय का यह वायरल डांस वीडियो, हकीकत कुछ और ही है
By रोहित कुमार पोरवाल | Updated: December 27, 2019 11:49 IST2019-12-27T11:43:23+5:302019-12-27T11:49:47+5:30
वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो गया था। यहां तक कि बहुत से मीडिया संस्थान भी नहीं समझ पाए कि वीडियो की हकीकत क्या है।

वायरल वीडियो में नाचते दिख रहे शख्स की तस्वीर।
झारखंड चुनाव के नतीजों ने इस बार कम ही लोगों को चौंकाया। राजनीतिक विश्लेषक भी सूबे की सत्ता में भारतीय जनता पार्टी की सरकार की वापसी को लेकर संशय रख रहे थे लेकिन इस बात में कोई संदेह नहीं है कि रघुवर दास की हार के बाद सरयू राय के नाम से वायरल हुए डांस वीडियो को देखकर लोगों ने काफी मनोरंजन किया।
वीडियो में बॉलीवुड फिल्म के हिट गाने 'आपका क्या होगा जनाबे आली' पर मदमस्त होकर नाचते हुए बुजुर्ग को सरयू राय बताया गया था। वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो गया था। यहां तक कि बहुत से मीडिया संस्थान भी नहीं समझ पाए कि वीडियो की हकीकत क्या है।
इस वीडियो के बारे में हैरान करने वाली सच्चाई सामने आई है। दरअसल, जिस वीडियो के बारे कहा जा रहा है कि उसमें सरयू राय नाचते दिख रहे हैं, यह बात एकदम फर्जी है। वीडियो में एक बुजुर्ग नाच रहा है, यह सही बात है लेकिन वह सरयू राय नहीं है क्योंकि करीब दो साल पहले इसे 'ताऊ का डांस' और 'दादा जी का डांस' जैसे कैप्शन से यूट्यूब चैनल्स पर अपलोड किया जा चुका था।
वीडियो को सबसे पहले 18 जनवरी 2017 को यूट्यूब पर अपलोड किया गया था।
इंडिया टुडे के मुताबिक, वीडियो की जांच-पड़ताल के बाद पता चला कि महताब हुसैन नाम के फेसबुक यूजर ने इसे झारखंड नतीजों से जोड़कर पेश किया था, जिसके बाद वीडियो वायरल होने लगा।
एक ट्विटर यूजर द्वारा शेयर किया गया वीडियो-
Raghuvar ko harane ke baad SaRyu ROY ki Dhamakedaar Dance. pic.twitter.com/nG7XEhxSK8
— Sneha Singh (@SnehaSi81641253) December 23, 2019
इस वीडियो के बारे में सवाल किए जाने पर सरयू राय ने मीडिया को बताया था, ''मैं वह आदमी नहीं हूं जो वीडियो में नाच रहा है। मुझे यह भी पता नहीं कि उस वीडियो में कौन नाच रहा है लेकिन मैं उसके सेंस ऑफ ह्यूमर की सराहना करूंगा। वीडियो को सही वक्त और सही मौके पर जारी किया गया है।''
बता दें कि सरयू राय ने विधानसभा चुनाव में झारखंड के जमशेदपुर पूर्व से सीएम रहे रघुवर दास को हराया है। वह रघुवर की कैबिनेट का हिस्सा भी रह चुके हैं। पार्टी से टिकट न मिलने पर उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें सफलता मिली।
