मामूली खुजली ने लिया विकराल रूप, अब 24 घंटे आंखों से बहता है खून
By पल्लवी कुमारी | Published: January 5, 2018 03:25 PM2018-01-05T15:25:33+5:302018-01-05T16:04:35+5:30
हजार रुपए कमाने वाला पिता नहीं करा पा रहा है इलाज, डॉक्टरों ने भी हाथ किए खड़े
भारत के त्रिपुरा की रहने वाली छह साल की धनिका एक अजीब बीमारी से पीड़ित है। डॉक्टरों का कहना है कि धनिका के जीने की उम्मीद 10 प्रतिशत से भी कम है। दरअसल धनिका को तकरीबन छह हफ्ते पहले आंखों में खुजली शुरू हुई थी। इसके बाद धनिका की आंखें सूजती चली गई। अब आलम यह है कि धनिका की आंखों को देखकर मानों कोई भी डर जाए। धनिका की आंखें एक छोटे गेंद के आकार की मांस की लोई जैसी हो गई है। धनिका पूरी तरह से अंधी हो चुकी है और उसकी आंखों से खून भी बहता है।
तस्वीर-Asia Press
पिता की आय सिर्फ एक हजार रुपए
डेली मेल के मुताबिक धनिका के माता-पिता बहुत गरीब है। त्रिपुरा के धलाई जिले के नलिनीपुरा गांव में रहने वाले धनिका के पिता धन्य कुमार मजदूर हैं। मां घर के काम काज संभालती है। धनिका के चार भाई-बहन है। छह लोगों के परिवार में धन्य कुमार सिर्फ एक हजार रुपए कमाते हैं। ऐसी तंगी हालत में भी वह अपनी बेटी को लेकर पास के हॉस्पिटल में गए। धनिका की हालत देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। डॉक्टरों ने धनिका को पैरासिटामोल, पेनकिलर और कुछ एंटीएलर्जी की गोलियां दी है। लेकिन इन सब से धनिका की हालत में कोई सुधार नहीं हो पा रहा था। थोड़े ही दिनों के बाद धनिका की आखों ने भयावह रूप ले लिया और उसकी आखें सूज कर लाल हो गयीं यहां तक वो कुछ भी देख पाने में भी असमर्थ हो गई। इसी बीच धनिका की फोटो को किसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी और थोड़े ही दिनों में ये तस्वीर वायरल होने लगी।
तस्वीर-Asia Press
व्हाट्स एप ग्रूप के जरिए मिली मदद
सोशल मीडिया पर धनिका की फोटो त्रिपुरा स्टेट कोआॅपरेटिव बैंक में बतौर असिस्टेंट काम करने वाले सजल डबरमा को दिखी। सजल युनाइटेड टिपरासा फोरम के नाम से एक व्हाट्स एप ग्रूप चलाते हैं जो कि ऐसे लोगों की मदद के लिए बनाया गया है। सजल को धनिका की हालत पर काफी तरस आया और उन्होंने तस्वीर के जरिए धनिका के बारे में पता लगाया।
जीने की उम्मीद ना के बराबर
सजल ने डेली मेल को बताया कि धनिक के बारे में पता लगा कर धन्य कुमार से मिले और बच्ची को इलाज के लिए अगरतला मेडिकल कॉलेज लेकर आएं। जहां डॉक्टरों ने बताया कि धनिका 'लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया' (lymphocytic leukemia) नाम की बीमारी से ग्रसित है। जिसमें इंसान पूरी तरह अंधा हो जाता है। इस बीमारी से ग्रसित लोगों को ब्लड कैंसर भी हो जाता है। जिसका इलाज किमोथेरपी है। डॉक्टरों ने यह भी बताया कि इसका इलाज संभंव भी नहीं है और धनिका के जीने की उम्मीद काफी कम है।
तस्वीर-Asia Press
धनिका के आंखों का किया जाएगा जांच
बता दें कि इसके बावजूद सजल ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने संगठन के लोगों से बात कर रुपए का इंतजाम किया और धनिका को गुवाहाटी स्थित कैंसर अस्पताल में भर्ती कराया। यहां धनिका का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि किमोथैरेपी के बाद धनिका को आॅब्जरवेसन में रखा जायेगा ताकि उसकी आंखों का परीक्षण किया जा सके।
बीमारी के बाद धनिका का 10 किलो वजन हुआ कम
धनिका के पिता धन्य ने बताया कि जब से उनकी बेटी को यह बीमारी हुई है उसका 10 किलो वजन कम हो गया है। धनिका के पिता ने यह भी बताया कि वह इतने गरीब है कि उनके कोई भी बच्चे स्कूल पढ़ने नहीं जाते हैं। यहां तक की छह साल की धनिका भी आज तक कभी स्कूल नहीं गई है।