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CAA पर Rahul Gandhi का बड़ा बयान, कहा- असम में सरकार में आने पर कांग्रेस कभी भी इसे लागू नहीं करेगी!

By प्रतीक्षा कुकरेती | Published: February 14, 2021 08:25 PM2021-02-14T20:25:45+5:302021-02-14T20:29:16+5:30

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को असम में विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के चुनावी अभियान की शुरुआत की। उन्होंने शिवसागर जिले के शिवनगर बोर्डिंग फील्ड में एक रैली को संबोधित किया। इसी दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि अगर राज्य में हमारी सरकार आती है तो हम कभी भी संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) लागू नहीं करेंगे.

 

उन्होंने एक रैली में कहा कि जिनती आपको देश की जरूरत है उतनी देश को आपकी जरूरत है. असम को चोट पहुंचेगी तो हिंदुस्तान को चोट पहुंचेगा, हम ये नहीं चाहते हैं. ये हम नहीं होने देंगे. राहुल गांधी ने कहा, "हमने ये गमछा पहना है इसपे लिखा है सीएए. इसपे हमने क्रॉस लगा रखा है. मतलब चाहे कुछ भी हो जाए, सीएए नहीं होगा. हम दो हमारे दो अच्छी तरह सुन लो, सीएए नहीं होगा, कभी नहीं होगा."

 

इसके साथ ही उन्होंने कहा, असम का सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार है. असम का युवा जानता है कि बीजेपी सरकार में रोजगार नहीं मिलेगा. नरेंद्र मोदी खेती को खत्म करने के लिए तीन कृषि कानून लाए हैं. हम यहां सरकार में आएंगे तो जो नफरत फैलाई जा रही है वो खत्म होगी."

 

कांग्रेस सांसद ने कहा, 'हम दो, हमारे दो असम को चला रहे हैं। असम से जाओ, आग लगाओ और जो कुछ भी असम में है उसे लूट लो। दुनिया की कोई भी ताकत असम को नहीं तोड़ सकती। जो भी असम समझौते को छूने या नफरत फैलाने की कोशिश करेगा, कांग्रेस पार्टी और असम के लोग उन्हें एक साथ सबक सिखाएंगे। मैं और कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता असम समझौते के सिद्धांतों की रक्षा करेंगे, हम इससे एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे। भाजपा, आरएसएस असम को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, नरेंद्र मोदी और अमित शाह इससे प्रभावित नहीं होंगे लेकिन असम और पूरा देश इससे प्रभावित होगा।'

 

राहुल गांधी ने कहा, "हिंदुस्तान की सरकार ने तरुण गोगोई जी का और इस प्रदेश का अपमान किया है. असम की जनता में वो क्षमता है कि अवैध प्रवास के मुद्दे को मिलकर सुलझाया जा सकता है. अगर यह प्रदेश फिर से बंट गया, जो बीजेपी और आरएसएस रोज करते हैं तो असम का नुकसान होगा."

रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "रिमोट कंट्रोल एक टीवी चला सकता है, लेकिन मुख्यमंत्री को नहीं. मौजूदा मुख्यमंत्री नागपुर और दिल्ली की बात सुनते हैं. अगर असम को फिर से इस तरह का मुख्यमंत्री मिलता है, तो इससे लोगों को कोई फायदा नहीं होगा. युवाओं को एक ऐसे मुख्यमंत्री की जरूरत है, जो उन्हें नौकरी दे."


राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर कोविड-19 महामारी के दौरान सार्वजनिक धन की लूट करने और दो बड़े व्यवसायी दोस्तों के कर्ज माफ करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के नेतृत्व में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने असम में हिंसा समाप्त कर शांति लाई थी.

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