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Tractor Rally Violence: हिंसा मामले में Yogendra Yadav, सिरसा समेत 20 किसान नेताओं के खिलाफ FIR!

By प्रतीक्षा कुकरेती | Published: January 28, 2021 03:00 PM2021-01-28T15:00:10+5:302021-01-28T15:00:40+5:30

26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर को दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस बुधवार सुबह से ही एक्शन मोड में है. दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के संबंध में पुलिस के साथ हुए समझौते को न मानने के लिए योगेंद्र यादव, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर एस राजेवाल सहित कम से कम 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किए हैं. उन्हें 3 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है. पुलिस ने जो नोटिस भेजा है उसमें यह भी कहा है कि गणतंत्र दिवस पर लाल किले में तोड़फोड़ करना एक देश विरोधी हरकत है.

वही इससे पहले दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर से एक्टिविस्ट बने लक्खा सिधाना  और पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक पुलिस उपद्रव में दोनों की भूमिका को लेकर जांच कर रही है. 26 जनवरी को दिल्ली के आईटीओ और लाल क़िला में हुई हिंसा में दीप सिद्धू और लक्खा सिधाना का सबसे अहम रोल है. किसान आंदोलन के दौरान दोनों काफी एक्टिव थे, हालांकि बाद में किसानों के कुछ धड़ों ने दीप सिद्दू को प्रदर्शन से हटाया भी था.  सूत्रों के मुताबिक दोनों किसान प्रदर्शन से कुछ दिन के लिए गायब हुए थे.

आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें किसान रैली में उपद्रव के मामले में दिल्ली पुलिस ने बुधवार को 200 लोगों को हिरासत में लिया. पुलिस के एक्शन के 3 घंटे बाद 2 किसान संगठनों ने आंदोलन से अलग होने का ऐलान कर दिया. इतना ही नहीं ट्रैक्टर रैली में हिंसा को लेकर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के खिलाफ FIR हो चुकी है. इस बीच गृह मंत्री अमित शाह गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में घायल पुलिसवालों का हाल जानने के लिए नॉर्थ दिल्ली के दो अस्पतालों का दौरा करेंगे. 

बता दें गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने देर रात उनकी बिजली काट दी. किसानों को रात भर यह डर सताता रहा कि पुलिस देर रात पुलिस कार्रवाई कर सकती है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. आंदोलन स्थल पर राकेश टिकैत ने कहा कि इस बाबत वह प्रशासन से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि यह वैचारिक क्रांति है, यह खत्म नहीं होगी. 

दिल्ली पुलिस के साथ ही बुधवार को UP पुलिस भी एक्शन में दिखी. उनसे दिल्ली-सहारनपुर हाइवे पर UP के बागपत जिले के बड़ौत में धरने पर बैठे किसानों को आधी रात को हटा दिया. यहां 40 दिन किसान धरने पर बैठे थे.

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