कोरोना वायरस की वजह से लोगों के बीच भय बना हुआ है। इसकी वजह से अचानक बाजार में मास्क और सैनिटाइजर की मांग बढ़ गई। इस पैनिक का लाभ कुछ लोग कालाबाजारी करने में उठा रहे हैं। कोरोना वायरस के भय के बीच मुनाफाखोरी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सरकार ने अगले दो से तीन दिन में मास्क के दाम तय करने का निश्चय किया है. यही नहीं, अगर कोई मास्क की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा गया तो उसे एक से 5 साल तक की जेल भेजने के नियम पर भी मंथन किया जा रहा है. इस समय देश में प्रतिवर्ष 10 लाख मास्क की खपत होती है. इसमें से अधिकतर अस्पताल या फिर चिकित्सीय सेवाओं से जुड़े क्षेत्रों में जाते हैं.