नौकरी-पैसा गवांं चुके, पुणे से प्रयागराज पैदल लौट रहे राजेश और तनवीर की कहानी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 10, 2020 06:39 PM2020-05-10T18:39:55+5:302020-05-10T18:39:55+5:30
ये कहानी सिर्फ दिल्ली की नहीं है. लॉकडाउन के चलते नौकरी गंवाने और घर जाने के लिए बेताब, 10 प्रवासी मजदूर उत्तर प्रदेश में सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने घरों को लौटने के लिए महाराष्ट्र के पुणे से पैदल ही निकल पड़े हैं. ये कोई मामूली दूरी नहीं है उन्हें 1300 किलोमीटर दूर जाना है और वो भी पैदल. पूणे से निकले राजेश कहते हैं कि हमारे पास खाने के लिए कुछ नहीं बचा है. अगर हम अपने गांव पहुंच पाए तो कम से कम हम खेती कर सकेंगे और कुछ खाने को तो होगा. उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले के रहने वाले ये सभी 10 मजदूर नौकरी जाने और गुजारा कर पाने में नाकाम होने के बाद शनिवार शाम पुणे से अपने घरों के लिए पैदल रवाना हुए. इन्हीं में से एक ने बताया कि हम सभी निर्माण मजदूर के तौर पर काम कर रहे थे.
जब महाराष्ट्र से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चल रही है तो आखिर पैदल क्यों जा रहे हैं. इस सवाल के जवाब में इन मजदूरों ने बताया कि हमने एक ट्रेन में चढ़ने की कोशिश की. हम लंबे समय तक लाइन में खड़े रहे लेकिन हमारा फॉर्म नहीं लिया गया. अब हम क्या करें. मज़दूर कहते है कि पिछले कई दिनों ने हम एक वक्त का खाना खाकर गुज़ारा कर रहे हैं. इसी ग्रुप के तनवीर कहते है कि उपर वाला जाने अब सड़क पर हमारा क्या होगा लेकिन उसी के भरोसे हम घर से निकल पड़े हैं.