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दही जमाने के इस अनोखे तरीके को देख चौक जायेंगे आप!

By कोमल बड़ोदेकर | Published: January 13, 2018 09:07 PM2018-01-13T21:07:18+5:302018-01-13T21:07:55+5:30

दही जमाने के लिए लोग अक्सर जामन ढूंढ़ते नजर आते हैं। वहीं राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित इस ग...

दही जमाने के लिए लोग अक्सर जामन ढूंढ़ते नजर आते हैं। वहीं राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित इस गांव में दही जमाने की जरूरत नहीं पड़ती है। यहां ऐसा पत्थर है जिसके संपर्क में आते ही दूध जम जाता है। इस पत्थर पर विदेशों में भी कई बार रिसर्च हो चुकी है। फॉरेनर यहां से ले जाते हैं इस पत्थर के बने बर्तन। कहा जाता है कि जैसलमेर पहले अथाह समुद्र हुआ करता था और कई समुद्री जीव समुद्र सूखने के बाद यहां जीवाश्म बन गए व पहाड़ों का निर्माण हुआ। 

हाबूर गांव में इन पहाड़ों से निकलने वाले इस पत्थर में कई खनिज व अन्य जीवाश्मों की भरमार है। जिसकी वजह से इस पत्थर से बनने वाले बर्तनों की भारी डिमांड है।हाबूर पत्थर में दही जमाने वाले सारे कैमिकल मौजूद है। विदेशों में हुए रिसर्च में ये पाया गया है कि इस पत्थर में एमिनो एसिड, फिनायल एलिनिया, रिफ्टाफेन टायरोसिन हैं। ये कैमिकल दूध से दही जमाने में सहायक होते हैं। इसलिए इस पत्थर से बने कटोरे में दूध डालकर छोड़ देने पर दही जम जाता है। इन बर्तनों में जमा दही और उससे बनने वाली लस्सी के पयर्टक दीवाने हैं। अक्सर सैलानी हाबूर स्टोन के बने बर्तन खरीदने आते हैं।

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