यूपी के आईपीएस मणिलाल पाटीदार हुए बर्खास्त, जानें क्या है पूरा मामला?
By राजेंद्र कुमार | Published: June 24, 2023 06:34 PM2023-06-24T18:34:39+5:302023-06-24T18:41:22+5:30
पुलिस कार्रवाई से तंग होकर इंद्रकांत से मणिलाल पाटीदार पर कई गंभीर आरोप लगाए हुये एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया।
लखनऊ जेल में बंद महोबा के पूर्व पुलिस अधीक्षक (एसपी) आईपीएस मणिलाल पाटीदार को गृह मंत्रालय ने पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
उन पर यह कार्रवाई महोबा के खनन कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की गृह मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर ही गई है।
मणिलाल पाटीदार का 2014 बैच के आईपीएस अफसरों की सिविल लिस्ट से नाम हटा दिया गया है. यह दूसरा मौका है जब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यूपी कैडर के आईपीएस अफसर के खिलाफ इस तरह की सख्त कार्रवाई ही है।
इसके पहले 23 मार्च 2021 को आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को को अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्ति करने का फैसला किया गया था। उन पर अनुशासनहीनता करने का आरोप था।
इसके बाद अब मणिलाल पाटीदार को भारतीय पुलिस सेवा से बर्खास्त किया गया है.सूबे के विशेष डीजी कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार के अनुसार, महोबा के एसपी रहने के दौरान खनन कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने मणिलाल पाटीदार के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये थे।
इसका वीडियो सोशल मीडिया पर 7 सितंबर 2020 को वायरल हुआ था। उसके बाद 8 सितंबर को क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई।
इस मामले में परिजनों की शिकायत पर पाटीदार सहित तीन अन्य के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज किया गया। जिसके बाद मणिलाल पाटीदार फरार हो गया और प्रदेश सरकार ने नौ सितंबर 2020 को ही उसे निलंबित कर दिया।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समूचे प्रकरण की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का आदेश दिया था। एसआईटी की जांच में तत्कालीन एसपी पाटीदार और अन्य पुलिसकर्मी दोषी पाए तो प्रदेश सरकार ने इस मामले में थानाध्यक्ष देवेंद्र शुक्ला सहित चार सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया और मणिलाल पाटीदार पर कार्रवाई करने के लिए केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेज दी थी।
प्रशांत कुमार का कहना है कि सूबे की सरकार ने फरार हो गए मणिलाल पाटीदार को गिरफ़्तार करने क लिए उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया था, पर वह पकड़ में नहीं आया था. कोर्ट के आदेश पर राजस्थान में उनकी संपत्ति को भी पुलिस ने कुर्क किया था और उसके खिलाफ विजिलेंस ने भी मुकदमा दर्ज किया था।
दो साल तक फरार रहने के बाद पाटीदार ने 15 अक्टूबर 2022 को लखनऊ की अदालत में आत्मसमर्पण किया था, तब से वह लखनऊ जेल में बंद है.बर्खास्त कर दिए गए मणिलाल पाटीदार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे है।
उन पर आरोप है कि एसपी महोबा रहते हुए उन्होंने जमकर धन उगाही की. उन्होने महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकान्त से रिश्वत मांगी और उसके रिश्वत ना देने पर उसे जमकर प्रताड़ित किया.इंद्रकांत के घर और संस्थानों पर बेवजह छापेमारी की गई, उसका कारोबार बंद कराने की कोशिश की गई।
पुलिस कार्रवाई से तंग होकर इंद्रकांत से मणिलाल पाटीदार पर कई गंभीर आरोप लगाए हुये एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया, उसके बाद इंद्रकांत त्रिपाठी की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई. जिसके आरोप में मणिलाल पाटीदार शनिवार को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिए गए।