Lok Sabha Election 2024: 'सत्ता के लिए जरूरत पड़ी, तो... साथ', आकाश आनंद ने भाजपा की B टीम होने से किया इनकार
By आकाश चौरसिया | Published: April 15, 2024 04:14 PM2024-04-15T16:14:16+5:302024-04-15T16:46:51+5:30
Lok Sabha Election 2024: बसपा नेता आकाश आनंद ने पार्टी की नीतियों के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि आज युवाओं को बस मायावती और मान्यवर कांशीराम के आदर्शों पर चलना चाहिए, क्योंकि उन्होंने आशावादी होना सिखाया है।
UP Lok Sabha Election 2024: बहुजन समाज पार्टी के नेता आकाश आनंद बीएसपी ने आज इंटरव्यू में युवाओं पर बात की। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं के सवाल पर कहा कि आकांक्षावादी होने चाहिए, जिसको लेकर कांशीराम जी ने सिखाया भी है। उन्होंने ये भी बताया कि बाबा साहेब ने संविधान के जरिए एक आधारभूत ढांचा समेत सारी आवश्यक सुविधाएं दी।
उन्होंने आगे कहा कि कांशीराम ने उस वीजन तक चलने का रस्ता दिखाया, मान्यवर ने एक पाथ दिया और उस पर माननीय बहनजी यानी सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने चलकर दिखाया। आज युवाओं को बस मायावती और मान्यवर कांशीराम के आदर्शों पर चलना चाहिए, क्योंकि उन्होंने आशावादी होना सिखाया है। मान्यवर का बताया रस्ता और बहन जी के तरीके को बस युवाओं को फॉलो करना है।
बसपा नेता ने कहा, चंद्रशेखर आजाद कोई प्रतिद्विंदी नहीं, बल्कि उनके द्वारा कोई प्वाइंट उठाए गए वो वैलिड हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने जिस तरीके को अपनाया वो बहुजन समाज से बिल्कुल अलग है और कहीं न कहीं समाज के लोगों को भटकाने वाला है। गौरतलब है कि यह खबर आजतक के हवाले से है।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को लेकर क्या बोले बसपा के उत्तराधिकारी @AnandAkash_BSP#BSP#LoksabhaElection2024#LoksabhaElection#Election2024 | @abhishek6164pic.twitter.com/vNYVx53Pv1
— AajTak (@aajtak) April 15, 2024
भाजपा के साथ आने और उनकी बी टीम होने के सवाल पर आकाश आनंद ने कहा कि ये बिल्कुल निराधार बात है कि बसपा भाजपा की बी टीम है। इसके साथ उन्होंने ये भी कहा कि अगर सत्ता के लिए जरूरत पड़ी तो भाजपा का साथ ले लेंगे।
आकाश ने इंटरव्यू में कहा, मान्यवर कांशीराम ने कहा कि वो सड़क पर नहीं उतरते, लड़ाई झगड़ा नहीं करते और सोच के तरीके से अपना रास्ता बनाता हैं। सिस्टम से लड़ने के लिए हमारे समाज के पास पैसे नहीं है। उन्होंने बताया कि राजनीति एक शतरंज के खेल की तरह है, उसे सोच-समझकर खेला जाता है और न कि लड़ झगड़ इस तरह से अपनी बातों को रखा जाता है।
युवा और खासकर बुजुर्ग इस बात को समझें, ऐसी गलती करने से बचें जिससे उनका ही नुकसान हो। यूपी में पंजाब और दिल्ली से परिस्थिति अलग हैं और इस कारण लड़ाई-झगड़े करने से अच्छा है कि मान्यवर कांशीराम के रास्ते पर चले और सोच के माध्यम से 4 बार सरकार बनाने वाली मुख्यमंत्री को फॉलो करना ही सत्ता में आने का सही फॉर्मूला है।