कांवड़ यात्रा मार्ग पर खुले में नहीं बिकेगा मांस, सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिए कड़े निर्देश
By अंजली चौहान | Published: June 28, 2023 10:28 AM2023-06-28T10:28:47+5:302023-06-28T10:32:38+5:30
सीएम योगी ने कहा कि कांवड़ यात्रा करने वाले शिव भक्तों के लिए भीषण गर्मी को देखते हुए रास्ते में पीने के पानी की व्यवस्था भी की जानी चाहिए और उन्हें हर सुविधा मुहैया होनी चाहिए।
लखनऊ: सावन महीने की शुरुआत के साथ ही देश में कांवड़ यात्रा शुरू हो जाती है। चार जुलाई से सावन का पावन महीना प्रारंभ होने वाला है और इससे पहले उत्तर प्रदेश में इसे लेकर तैयारियां शुरू हो गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने आदेश जारी कर कांवड़ यात्रा मार्ग पर खुले में मांस बेचने और खरीदने पर प्रतिबंद लगा दिया है।
उत्तर प्रदेश सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, "कांवड़ भक्तों की आस्था का सम्मान करते हुए, कांवर यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस की बिक्री और खरीद नहीं होनी चाहिए। यात्रा मार्ग पर स्वच्छता-स्वच्छता बनाए रखी जानी चाहिए।"
इसके अलावा मार्ग में पेयजल की व्यवस्था भी की जाएगी। विज्ञप्ति में कहा गया है, "भीषण गर्मी को देखते हुए रास्ते में पीने के पानी की व्यवस्था भी की जानी चाहिए। जहां भी भोजन शिविर लगाए जाएं, टीम को खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच करनी चाहिए।"
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को पुलिस आयुक्तों, मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों के साथ शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आगामी त्योहारों के मद्देनजर सुदृढ़ कानून व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के सम्बन्ध में की जा रही तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिये।
कई त्योहारों के मद्देनजर लिया गया फैसला
इस दौरान सीएम योगी आदित्यानाथ ने कहा, "श्रावण का पवित्र महीना 4 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस साल अधिमास के कारण श्रावण महीना दो महीने का है। इस दौरान श्रावणी शिवरात्रि, नागपंचमी और रक्षाबंधन के त्योहार मनाए जाएंगे।"
उन्होंने कहा कि श्रावण माह में पारंपरिक कांवर यात्रा होगी। इस दौरान सोमवार की पूजा का भी विशेष महत्व है। इससे पहले 29 जून को बकरीद मनाई जाएगी। साफ है कि यह समय कानून-व्यवस्था के लिहाज से संवेदनशील है इसलिए हमें लगातार सतर्क और सावधान रहना होगा।
सीएम योगी ने आगे कहा कि इस वर्ष रमज़ान माह और ईद के दौरान धार्मिक गतिविधियों के कारण यातायात प्रभावित नहीं हुआ। इस प्रयास की पूरे देश में सराहना हुई है। इस बार बकरीद और मुहर्रम के अवसर पर भी हमें इसे लागू करना होगा।
वहीं, स्थानीय प्रशासन द्वारा इस संबंध में संबंधित धर्मगुरुओं/बुद्धिजीवियों से बातचीत करने का आदेश दिया गया है। बकरीद पर कुर्बानी के लिए स्थान पहले से ही चिह्नित कर लिया जाए। विवादित स्थानों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए।
यूपी सीएम की ओर से कहा गया है कि हर जिले में कुर्बानी के बाद निकलने वाले अपशिष्टों के व्यवस्थित निस्तारण के लिए व्यवस्थित कार्ययोजना होनी चाहिए। अन्यथा ये कूड़े बीमारी का कारण बनते हैं।
सीएम ने आगे कहा, ''हर त्योहार शांति और सद्भाव के साथ मनाया जाए, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक प्रयास किए जाएं। पिछले अनुभवों के आधार पर गोताखोरों की तैनाती करते हुए, कांवड़ यात्रा मार्ग पर सीसीटीवी लगाए जाएं।'' कांवड़ शिविरों की स्थापना का स्थान पहले से ही चिन्हित कर लिया जाए ताकि यातायात बाधित न हो।
सीएम ने प्रशासन को त्योहारों के दौरान आम जनता को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया। सीएम ने प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना राज्य में न हो इसके लिए सभी चौंकन्ने रहे और स्थिति पर नजर बनाए रखें।