सावन में बॉलीवुड क्वीन कंगना भी पहुंची शिव मंदिर, जानें क्या है इस मंदिर की खासियत
By मेघना वर्मा | Published: July 28, 2018 10:32 AM2018-07-28T10:32:01+5:302018-07-28T10:32:01+5:30
नीले आकाश को छूती भगवान शिव की 112 फिट की ऊंची मूर्ती इस मंदिर की पहचान हैं।
सावन शुरू हो चुका है। देश में रहने वाले सिर्फ आमजन ही नहीं बल्की बॉलीवुड के स्टार्स भी सावन में भगवान के भोले को खुश करने में लगे हैं। हाल ही में बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत भी शिव मंदिर के दर्शन करने गई थीं। उनकी फोटो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही हैं। आज हम आपको इसी खूबसूरत मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां ना सिर्फ कंगना घूमने गई हैं बल्कि बहुत सी बॉलीवुड फिल्मों में इसकी शूटिंग भी हो चुकी है।
कोयंबटूर में है आदियोगी शिव मंदिर
लगभग पूरे देश में शिव मंदिर हैं। पूरब हो या पश्चिम, उत्तर हो या दक्षिण हर जगह भगवान शिव विराजमान हैं। साउथ के कोयंबटूर में भी शिव की खूबसूरत और विशालकाय मंदिर है आदियोगी शिव। आपको बता दें बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत फिल्म मैंटल है क्या और मणिकर्णिका की शूटिंग के बाद तमिलनाडु के कोयंबटूर के आदियोगी मंदिर में भगवान शिव के दर्शन को गई थीं। पूजा करते हुए अपनी फोटो उन्होंने इंस्टाग्राम पर शेयर की।
112 फिट की अर्धप्रतिमा दुनिया भर में है फेमस
नीले आकाश को छूती भगवान शिव की 112 फिट की ऊंची मूर्ती इस मंदिर की पहचान हैं। कोयंबटूर से 30 किलोमीटर दूर स्थित आदियोग मंदिर को दुनियाभर के लोग देखने आते हैं। भगवान शिव की यह एक लौती ऐसी प्रतिमा है जो आधी बनी हुई है। अपनी ऊंचाई और अनोखी बनावट के लिए इस मूर्ति को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है। इस मूर्ती का वजन 500 टन है जो भारत की सबसे भारी मूर्ती भी है।
शिव का केवल चेहरा बनाने में लग गए थे ढ़ाई साल
आंख बंद किए बाबा भोले की इस प्रतिमा को देखकर आप भाव-विभोर हो जाएंगे। उनका मासूम मगर तेज मुख आपको शिव की भक्ति में और डूबा देगा। शिव की इस प्रतिमा को मिट्टी की जगह स्टील के छोटे टुकड़ों को जोड़कर बनाया गया हैं। इस प्रतिमा में सिर्फ भगवान शिव का चेहरा बनाने में ही कारीगरों को ढाई साल लग गए थे।
तिल के बीज और भस्म से बनाए गए हैं नंदी
शिव मूर्ती के सामने नंदी को भी बनाया गया है। इसका निर्माण तिल के बीज, हल्दी, भस्म और मिट्टी से बनाया गया है। यह नंदी इस मंदिर की खूबसूरती में चार-चांद लगाती है। इतना ही नहीं, इस मंदिर में भगवान शिव की प्रतिमा देखने के साथ-साथ आप यहां के प्राकृतिक नजारों और सुहावने मौसम का मजा ले सकते हैं।