देश में प्याज की खुदरा कीमतें 75 रुपये किलो के पार जा चुकी हैं। ऐसे में इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा कीमतों को नियंत्रित करने के लिये नाफेड सुरक्षित भंडार से प्याज बाजार में उतार रहा है। नाफेड सरकार की ओर से संकट के समय यह स्टॉक इस्तेमाल के लिये ...
खुदरा व्यापारी केवल दो टन तक प्याज का स्टॉक रख सकते हैं, जबकि थोक व्यापारियों को 25 टन तक रखने की अनुमति है। उन्होंने कहा कि सरकार को आवश्यक वस्तु (संशोधन) कानून लागू करना पड़ा - जिसे पिछले महीने ही संसद में पारित किया गया। ...
देश के कई हिस्सों में प्याज की खुदरा कीमतें 75 रुपये प्रति किलो के स्तर को भी पार कर गयी हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 22 अक्टूबर को मुंबई में खुदरा प्याज की कीमतें 86 रुपये किलो, चेन्नई में 83 रुपये किलो, कोलकाता में 70 रुपय ...
प्याज की कीमतें बढ़ने की वजह उत्पादक क्षेत्रों में बारिश होने से आपूर्ति बाधित होना है। विशेषज्ञों और व्यापारियों का मानना है कि दक्षिण और पश्चिमी क्षेत्रों में भारी वर्षा से आपूर्ति बाधित हुई है और इससे खरीफ की फसल की आवक प्रभावित हुई है। ...
केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में यह भी कहा कि कीमतों पर अंकुश के लिए वह खुले बाजार में बफर स्टॉक से और अधिक मात्रा में प्याज उतारी जाएगी। इसमें कहा गया है कि 37 लाख टन की खरीफ की प्याज मंडियों में पहुंचने की संभावना है। इससे बाजार ...
प्याज की कीमतः नासिक, पुणे और औरंगाबाद के 110 आयकर अधिकारियों की अठारह टीमों ने बुधवार दोपहर 3 बजे नासिक जिले के 12 प्याज व्यापारियों के आवासों और कार्यालयों पर खोज शुरू की। ...
सरकार का कहना है कि प्याज की मार्च में बंपर फसल हुई है. यह पिछले साल के 40 लाख टन की पैदावार से लगभग 40 प्रतिशत अधिक रही है. इसकी वजह से मंडी में प्याज की आवक काफी अधिक हो गई है और खुदरा बाजार में प्याज की कीमतों में स्थिरता आई है. ...