भारत में जब किसी विपक्षी दल को लगता है कि मौजूदा सरकार सदन का विश्वास या बहुमत खो चुकी है तो वह अविश्वास प्रस्ताव पेश करता है। इसके लिए वह सबसे पहले लोकसभा अध्यक्ष या स्पीकर को इसकी लिखित में सूचना देता है। इसके बाद स्पीकर उसी दल के किसी सांसद से इसे पेश करने के लिए कहता है। अविश्वास प्रस्ताव को तभी स्वीकार किया जा सकता है, जब सदन में उसे कम से कम 50 सदस्यों का समर्थन हासिल हो। Read More
Parliament Monsoon Session Live Updates: सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान राहुल गांधी ने पीएम मोदी को गले लगाया। अब पीएम मोदी जवाब दे रहे हैं। जानें लाइव अपडेट्स... ...
लोकसभा में विपक्षी पार्टी टीडीपी द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव शुक्रवार( 20 जुलाई) को वोटिंग के बाद गिर गया। प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद लोकसभा की कार्रवाई सोमवार( 23 जुलाई) तक के लिए स्थगित कर दी गई। ...
ये 2015 के मानसून सत्र की बात है। जब राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बल्कि उपाध्यक्ष हुआ करते थे। उन्होंने संसद में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के ललित गेट वाले बयान के बाद उनकी ऑंखों पर भी टिप्पणी की थी। ...
अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में 325 वोट पड़े जबकि इसके पक्ष में सिर्फ 126 वोट ही पड़े। इस प्रस्ताव पर कुल 451 सदस्यों ने वोट दिया। प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद लोकसभा की कार्रवाई सोमवार( 23 जुलाई) तक के लिए स्थगित कर दी गई। ...
अविश्वास प्रस्ताव शुक्रवार( 20 जुलाई) को वोटिंग के बाद गिर गया। अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में 325 वोट पड़े जबकि इसके पक्ष में सिर्फ 126 वोट ही पड़े। इस प्रस्ताव पर कुल 451 सदस्यों ने वोट दिया। ...
लोकसभा में विपक्षी पार्टी टीडीपी द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव शुक्रवार( 20 जुलाई) को वोटिंग के बाद गिर गया। अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में 325 वोट पड़े जबकि इसके पक्ष में सिर्फ 126 वोट ही पड़े। ...
अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद लोकसभा की कार्रवाई सोमवार( 23 जुलाई) तक के लिए स्थगित कर दी गई। बता दें कि यह प्रस्ताव आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के मांग को लेकर टीडीपी लेकर आई थी। ...