खुद को सन ऑफ मल्लाह कहने वाले मुकेश सहनी राज्य के राजनीतिक क्षितिज पर 2014 के लोकसभा चुनाव में उभरे थे। बाद में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) बनाई। 2019 का लोकसभा चुनाव महागठबंधन के तहत उनकी पार्टी लड़ी। लोकसभा चुनाव में वीआईपी को 1.65% वोट मिले। यह 18 विधानसभा क्षेत्रों का ही हिसाब है, लेकिन वोट के मामले में अति-पिछड़ी गिनी जाने वाले और कई जातियों-उपजातियों में विभक्त निषाद समुदाय में कई क्षेत्रों में असरदार हैसियत रहता है। खासकर उत्तर बिहार में मुजफ्फरपुर से लेकर भागलपुर तक जहां नदियों का जाल है। Read More
बिहार विधानसभा के अंतिम चरण में कम से कम 1,204 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इस चरण के कुछ प्रमुख उम्मीदवारों में छतरपुर सीट पर भाजपा के नीरज कुमार सिंह, अभिनेता सुशांत राजपूत के चचेरे भाई भी शामिल हैं। ...
सीमांचल में एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी की मौजूदगी के बीच मुस्लिम वोट बैंक के लिए सियासी घमासान मचना तय है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि ओवैसी फैक्टर परिणाम को कितना प्रभावित करेगा? जानकारों की अगर मानें तो सीमांचल की राजनीति में ओवैसी फैक्टर को ...
बिहार के प्रमुख राजनीतिक दल जदयू, भाजपा, लोजपा, राजद, कांग्रेस और अन्य मोर्चों के अपने अपने दावे हैं. सभी दल अभी से गुणा गणित लगाने में जुटे हैं. चुनाव प्रचार खत्म होने के साथ ही शुरुआत हो गई है. कयासों की कि किसका होगा बिहार? ...
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के आखिरी चरण के लिए प्रचार के आखिरी दिन अपने संन्यास के बारे में संकेत देते हुए कहा कि यह उनका अंतिम चुनाव है. नीतीश कुमार के इस ऐलान से देश की राजनीति में नई हलचल मच गई और बिहार के रण म ...
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से 118 प्रत्याशियों ने अपने पास 5 करोड़ रुपए या उससे अधिक की संपत्ति घोषित की है. ...
बिहार विधानसभा चुनावः अपने दल से टिकट नहीं मिला, वो बगावत कर दूसरे दल का दामन थाम लिया और उनका सिम्बल लेकर चुनाव मैदान में उतरे. ऐसे में कई ऐसी सीटें हैं जहां बगावत करने वाले प्रत्याशी अपने ही दल का खेल बिगाड़ सकते हैं. ...
बिहार चुनावः दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 सीटों के लिए दूसरे चरण में होने वाले मतदान में 1514 प्रत्याशी मैदान में हैं. सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और विपक्षी महागठबंधन, दोनों के बीच हार-जीत के खेल का यह बड़ा प्लेटफार्म साबित होने वाला है. ...
मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा की उन्होंने अपने कार्यकाल की सारी महत्त्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत इसी पावन धरती से की है. उन्होंने कहा कि हम तो सब काम चंपारण से ही शुरू करते हैं, चंपारण को मूल स्थान मानते हैं. ...