Bihar Elections 2020: तीसरे चरण में 78 सीट, सात को मतदान, 30 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति, 31 प्रतिशत पर आपराधिक केस, जानिए आंकड़े
By एस पी सिन्हा | Published: November 3, 2020 09:43 PM2020-11-03T21:43:52+5:302020-11-03T21:45:56+5:30
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से 118 प्रत्याशियों ने अपने पास 5 करोड़ रुपए या उससे अधिक की संपत्ति घोषित की है.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान आज समाप्त हो गया और अब तीसरे चरण की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. बिहार के 15 जिलों में तीसरे चरण की 78 सीटों के लिए 7 नवंबर को होने वाले मतदान में 30 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं और 31 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
जबकि दूसरे चरण के संपन्न हुए मतदान के दौरान 1,463 उम्मीदवारों में से 495 (34 फीसदी) उम्मीदवार करोड़पति रहे. एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से 118 प्रत्याशियों ने अपने पास 5 करोड़ रुपए या उससे अधिक की संपत्ति घोषित की है. उसी तरह तीसरे चरण में उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.47 करोड़ रुपये है और 24 फीसदी उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है.
वहीं एडीआर एक रिपोर्ट के मुताबिक दूसरे चरण में सबसे ज्यादा करोड़पति उम्मीदवार भाजपा की तरफ से मैदान में हैं. पार्टी के 46 में से 39 (85 फीसदी) प्रत्याशी करोड़पति हैं. इसमें राजद भी भाजपा से ज्यादा पीछे नहीं रही, पार्टी के 56 में से 46 (83 फीसदी) प्रत्याशी करोड़पति हैं.
सत्तारूढ़ पार्टी जदयू के 43 में से 35 प्रत्याशी करोड़पति
वहीं सत्तारूढ़ पार्टी जदयू के 43 में से 35 प्रत्याशी करोड़पति हैं. लोजपा की बात करे तो पार्टी के 52 प्रत्याशियों में से 38 करोड़पति हैं. दूसरे चरण में चुनावी मैदान में सबसे अधिक संपत्ति वैशाली विस क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार संजीव सिंह की हैं. उनकी संपत्ति करीब 56 करोड़, 62 लाख, 73, 800 रुपये है.
वहीं, दूसरे नंबर पर हाजीपुर विस क्षेत्र से राजद के देव कुमार चौरसिया की कुल संपत्ति 49 करोड, 32 लाख, 90,471 है. तीसरे नंबर पर पीरो विधानसभा से कांग्रेस के अनुनय सिन्हा है. बेलसंड से कांग्रेस के उम्मीदवार सुरेश बैठा के पास संपत्ति नहीं है.एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार तीसरे चरण की 78 सीटों पर कुल 1204 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनमें 1195 उम्मीदवारों के द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान दी गई जानकारी के अध्ययन के आधार पर यह रिपोर्ट जारी की गई है.
नौ उम्मीदवारों का शपथ पत्र स्पष्ट नहीं होने के कारण उन्हें अध्ययन में शामिल नहीं किया गया
नौ उम्मीदवारों का शपथ पत्र स्पष्ट नहीं होने के कारण उन्हें अध्ययन में शामिल नहीं किया गया. रिपोर्ट के अनुसार तीसरे चरण में 361 उम्मीदवार करोड़पति हैं. इनमें भाजपा के सर्वाधिक 34 में 31 (91 फीसदी) उम्मीदवार करोड़पति हैं. जबकि कांग्रेस के 25 में 17 ( 68 फीसदी), राजद के 44 में 35 (80 फीसदी), जदयू के 37 में 30 (81 फीसदी), लोजपा के 42 में 31 (4 फीसदी) और बसपा के 19 में 10 (53 फीसदी) उम्मीदवार करोड़पति हैं.
वहीं, दलवार उम्मीदवारों के औसतन संपत्ति में कांग्रेस के 25 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.57 करोड़, जदयू के 37 उम्मीदवारों की ओसत संपत्ति 3.31 करोड़, राजद के 44 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 4.79 करोड़, लोजपा के 42 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.14 करोड़, भाजपा के 34 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.86 करोड़, बसपा के 19 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.36 करोड़ रुपये है.
उसी तरह से रालोसपा के वारिसनगर से उम्मीदवार बीके सिंह के पास सर्वाधिक 85.89 करोड़ की चल-अचल संपत्ति है. जबकि दूसरे स्थान पर राजद के मोतिहारी से उम्मीदवार ओमप्रकाश चौधरी के पास 45.37 करोड और तीसरे स्थान पर निर्दलीय दरभंगा से प्रत्याशी शंकर कुमार झा के पास 32.19 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है.
भाजपा व कांग्रेस के 76-76 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज
वहीं, तीसरे चरण में भाजपा व कांग्रेस के 76-76 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. जबकि राजद के 73 फीसदी, लोजपा के 43 फीसदी, जदयू के 57 फीसदी, बसपा के 26 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं, भाजपा के सर्वाधिक 65 फीसदी उम्मीदवारों पर गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं. जबकि राजद के 50 फीसदी, कांग्रेस के 56 फीसदी, लोजपा के 26 फीसदी, जदयू के 30 फीसदी, बसपा के 21 फीसदी उम्मीदवारों पर गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं.
इसके साथ ही 37 उम्मीदवारों ने इस चरण में महिलाओं के ऊपर अत्याचार से जुडे़ मामले दर्ज होने की घोषणा की है, इनमें पांच उम्मीदवारों के उपर दुष्कर्म के मामले भी दर्ज हैं. वहीं, 20 उम्मीदवारों पर हत्या के आरोप और 73 उम्मीदवारों ने हत्या के प्रयास के आरोपों की जानकारी दी है.
तीसरे चरण में 78 में 72 निर्वाचन क्षेत्र (92 फीसदी) संवेदनशील हैं. रिपोर्ट के अनुसार तीसरे चरण में 126 साक्षर उम्मीदवार हैं तो 499 उम्मीदवार पांचवीं से 12 वीं के बीच की शिक्षा प्राप्त हैं. पांच उम्मीदवार असाक्षर तो 12 उम्मीदवार डिप्लोमाधारक हैं. जबकि तीसरे चरण में 45 फीसदी उम्मीदवार (538 उम्मीदवार) 25 से 40 वर्ष की उम्र के हैं. वहीं, 45 फीसदी उम्मीदवार (534 उम्मीदवार ) की आयु 40 से 60 वर्ष है. 123 (10 फीसदी) उम्मीदवार 61 से 80 वर्ष की आयु के उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं. वहीं, 110 महिला उम्मीदवार (9 फीसदी) चुनाव मैदान में हैं.