साल 2018 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने तय हुए हैं। यहां प्रमुख मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) में होगा। यहां कांग्रेस ने पहला कदम उठाते हुए वरिष्ठ नेता कमल नाथ को चुनाव प्रभारी बनाया है। Read More
28 नवंबर को को प्रदेश भर में वोटिंग हुई थी। इससे पहले कर्मचारियों के लिए 18 नवंबर से पोस्टल बैलेट डालने का सिलसिला शुरू हुआ था और 4 हज़ार से ज़्यादा पुलिस कर्मचारी और अफसरों ने डाक मत पत्र डाले थे। ...
उल्लेखनीय है कि भाजपा को इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से ज्यादा भीतरघात का सामना करना पड़ा। इसके अलावा अपने नेताओं ने भाजपा को छोड़कर कुछ स्थानों पर अन्य पार्टियों के साथ जाकर चुनाव लड़ा। ...
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर 6 दिसंबर को राजधानी में कांग्रेस के सभी 229 प्रत्याशी और उनके साथ उनके चुनाव में सक्रिय भागीदारी निभाने वाले दो सदस्यों को भी बुलाया गया है। ...
वायरल वीडियो में कलेक्टर प्रीति मैथिल नायक कहते हुए दिखाई दे रही हैं, 'मेरे लिए यह विधानसभा चुनाव आम है। मैं फिजूल में अपनी 25 साल की साख नहीं बर्बाद करूंगी।' ...
भोपाल के डीआईजी धर्मेंद्र चौधरी ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया है कि ईवीएम सुरिक्षत हैं और उन्हें तीन स्तर की सुरक्षा में रखा गया है. ...
मध्यप्रदेश में मतदान के बाद पहले राजधानी में स्ट्रांग रुम में दो घंटे तक एलईडी बंद होना, इसके बाद खुरई में देरी से ईवीएम मशीनों के स्ट्रांग रुम पहुंचने के बाद अनूपपुर, खरगोन आदि स्थानों पर ईवीएम को लेकर जो सवाल उठ रहे है, उससे प्रदेश की सियासत गर्मा ...
मध्य प्रदेश के सतना में ईवीएम में छेड़छाड़ की आंशका में जबर्दस्त हंगामा हुआ। रात करीब 11:30 बजे सैकड़ों लोग सतना के एक स्ट्रांग रूम के सामने इकट्ठा हो गए। ...