साल 2018 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने तय हुए हैं। यहां प्रमुख मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) में होगा। यहां कांग्रेस ने पहला कदम उठाते हुए वरिष्ठ नेता कमल नाथ को चुनाव प्रभारी बनाया है। Read More
भारतीय जनता पार्टी के सामने प्रत्याशी चयन के वक्त जो संकट खड़े हो रहे हैं, उससे संगठन अब खफा नजर आने लगा है। संगठन ने भी अब कड़ा रुख अपना लिया है। संगठन के सामने दावेदारों के अलावा आधा दर्जन मंत्री ऐसे थे, जो लगातार सीट बदलकर चुनाव लड़ने के लिए दबाव ...
Madhya Pradesh Election 2018: विधानसभा निर्वाचन 2018 के इन चुनावों में पिछली बार से बड़ा अंतर यह है कि जिले के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में 31 हजार से अधिक नवमतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। ...
सपाक्स द्वारा चुनावी तैयारी को लेकर पूरे प्रदेश में प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया भी चल रही है। जिसके तहत सपाक्स के पदाधिकारी जिलों में जाकर प्रत्याशी चयन प्रक्रिया को अंजाम दे रहे हैं, मगर इस दौरान पहले जैसी भीड़ नजर नहीं आ रही है। ...
साल 2013 के विधानसभा निर्वाचन में इन 86 सीटों में से कांग्रेस महज 10 सीटें ही जीत सकी थी। बीजेपी ने इन चुनावों में 50 फीसदी से ज्यादा वोट लेकर मालवा की 50 सीटों में से 45 पर कब्जा जमाकर इतिहास बनाया था। ...
किरार समुदाय के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिश्तेदार गुलाब सिंह किरार के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के लेकर असमंजस की स्थिति रही। ...
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश के दौरे पर 28 नवंबर को आए राहुल ने महू में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘पहले नारा था कि अच्छे दिन आएंगे। ...