दुर्गा पूजा जिसे दुर्गोत्सव या "दुर्गा का उत्सव" के नाम से भी जाना जाता है। शरदोत्सव दक्षिण एशिया में मनाया जाने वाला एक वार्षिक हिन्दू पर्व है जिसमें हिन्दू देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। इसमें छः दिनों को महालय, षष्ठी, महा सप्तमी, महा अष्टमी, महा नवमी और विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। दुर्गा पूजा को मनाये जाने की तिथियाँ पारम्परिक हिन्दू पंचांग के अनुसार आता है। दुर्गा पूजा का पर्व हिन्दू देवी दुर्गा की बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है। अतः दुर्गा पूजा का पर्व बुराई पर भलाई की विजय के रूप में भी माना जाता है। Read More
Navratri 4th Day, Kushmanda Puja: माता को लाल रंग बहुत प्रिय है। ऐसे में शारदीय नवरात्र के चौथे दिन माता कूष्मांडा की पूजा लाल रंग के फूल से करें। पूजा के दौरान 'ऊं देवी कूष्माण्डायै नमः' मंत्र का जाप करें। ...
नवरात्रि पर देश के अलग-अलग राज्यों में मां दुर्गा की उपासना के साथ-साथ गरबा महोत्सव भी बनाया जाता है। गरबा का सीधा कनेक्शन मां दुर्गा से है। गरबा की शुरुआत गुजरात से हुई है और इसके पीछे मां दुर्गा से जुड़ी एक मान्यता है। ये कनेक्शन कैसा है ये हम आप ...
kanya Puja / kanjak puja/ kanya pujan Vidhi in Navratri: कई लोग सप्तमी से कन्या पूजन शुरू कर देते हैं लेकिन जो लोग पूरे नौ दिन का व्रत करते हैं उन्हें तिथि के अनुसार नवमी और दशमी को कन्या पूजन करने के बाद ही प्रसाद ग्रहण करके व्रत खोलना चाहिए। ...
नवरात्रि में मां दुर्गा की उपासना के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ बेहद खास माना जाता है। दुर्गा सप्तशती में कुल 13 अध्याय हैं जिसमें देवी दुर्गा की महिमा बताई गई है। माना जाता है कि दुर्गा सप्तशती का विधि पूर्वक पाठ करने से ही शुभ फल की प्राप्ति होती ...
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि नवरात्रि में नौ दिन गरबा खेल कर भक्तजन मां दुर्गा को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं और अपने लिए मनचाहे फल की कामना करते हैं। ...
माता चंद्रघंटा का रंग स्वर्ण के समान चमकीला है। माता के तीन नैत्र और दस हाथ हैं। इनके कर-कमल गदा, बाण, धनुष, त्रिशूल, खड्ग, खप्पर, चक्र और अस्त्र-शस्त्र हैं, अग्नि जैसे वर्ण वाली, ज्ञान से जगमगाने वाली दीप्तिमान देवी हैं चंद्रघंटा। ...
शारदीय नवरात्रि में देवी दुर्गा अपने उग्र स्वरूप में होती हैं। इसलिए विनम्रता से देवी की आराधना करना काफी जरूरी होता है। खासकर दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय कुछ विशेष नियमों का पालन करना होता है। ...
आज नवरात्रि का दूसरे दिन है और आज के दिन मां ब्रह्मचारिणी की उपासना की जाती है। जो भी व्यक्ति मां की उपासना करता है उसे अपने जीवन में अनंत फल की प्राप्ति होती है। मां का स्मरण करने से तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम में वृद्धि होती है। मां की कृ ...