धर्मेंद्र बॉलीवुड के बहुत बड़े सुपर स्टार हैं। हर तरह के रोल उन्होंने पर्दे पर निभाए हैं।रोल चाहे फिल्म सत्यकाम के सीधे सादे ईमानदार हीरो का हो, फिल्म शोले के एक्शन हीरो का हो या फिर फिल्म चुपके चुपके के कॉमेडियन हीरो का, सभी को सफलता पूर्वक निभा कर दिखा देने वाले धर्मेंद्र सिंह देओल अभिनय प्रतिभा के धनी कलाकार हैं। फिल्म अनपढ़ (1962), बंदिनी (1963) तथा सूरत और सीरत (1963) से लोगों ने उन्हें जाना, पर स्टार बने ओ.पी. रल्हन की फिल्म फूल और पत्थर (1966) से। धर्मेंद्र ने200 से भी अधिक फिल्मों में काम किया है, कुछ अविस्मरणीय फिल्में हैं अनुपमा, मँझली दीदी, सत्यकाम, शोले, चुपके चुपके आदि। वह आज भी बॉलीवुड में अपने अभिनय का छाप छोड़ रहे हैं। Read More
Sholay completed 46 Years: रमेश सिप्पी ने फिल्म शोले को याद करते हुए लिखा- शोले ने आज 46 साल पूरे कर लिए। समय कितनी तेजी से उड़ गया। इतनी बेहतरीन स्टार कास्ट और पूरी टीम के साथ काम करने का 46 साल का अविश्वसनीय अनुभव। ...
THE KAPIL SHARMA STORY: इस किताब की भूमिका सुपरस्टार धर्मेंद्र ने लिखी है। इसके साथ ही पुस्तक में अर्चना पूरन सिंह, सोनू सूद, कीकू शारदा, सुमोना चक्रवती, श्रुति सेठ, प्रणय परमार, सुफियान सिद्दीकी और कई अन्य हस्तियों ने भी उनके साथ काम करने के अपने अन ...
ईशा इन बातों के अलावा यह बात भी जोड़ी कि उन्होंने (धर्मेंद्र) यही महसूस किया होगा, यह भी जानते हुए कि हमारी इंडस्ट्री कैसे काम करती है। सब कुछ कहा और किया, हम कामयाब रहे और कैसे। ...
दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार को इस दुनिया से रुख्सत हुए अब दो दिन हो चुके हैं. मगर बड़े भाई जैसा मानने वाले एक्टर धर्मेंद्र उनको याद करके बार-बार भावुक हो जाते हैं. आज फिर उन्होंने दिलीप साहब की याद में एक वीडियो पोस्ट किया है इस वीडियो में उन्हें या ...
84 की उम्र में धर्मेंद्र कैसे कर लेते हैं इतनी मेहनत ? बॉलीवुड के सबसे मशहूर सितारों में से एक धर्मेंद्र इन दिनों फिल्मों की चकाचौंध से दूर अपने फार्म हाउस पर क्लालिटी टाइम बिता रहे हैं। ...
Dharmendra Enjoying Working With Laborers viral video: बॉलीवुड के ही-मैन कहे जाने वाले दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में धर्मेंद्र मजदूरों संग अपने फॉर्म हाउस पर कुछ काम कर रहे हैं। ...
गाबा में जीत दिलाने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज सीधे एयरपोर्ट से घर नहीं गए। वह सीधे कब्रिस्तान गए और नम आंखों से अपने मरहूम पिता को श्रद्धांजलि दी। ...