हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकारों में एक देव आनंद साहब ने बॉलीबुड को कई बेहतरीन फिल्में और नगमें दिए हैं। देव आनंद को सदाबाहर भी कहा जाता है जिसका कारण ये है कि देव आनंद हमेशा ही अपने काम को लेकर जोशीले और फुर्तीले बने रहे। ना उनकी बढ़ती उम्र उन्हें काम करने से रोक पाई और ना ही कोई दूसरी चीज। बॉलीवुड इंडस्ट्री में ये कलाकार अपना योगदान देता रहा। देव आनंद का व्यक्तित्व इतना दिलकश था कि आम लड़कियां ही नहीं उनके साथ कम कर चुकी कई हसीनाएं भी उन पर मरा करती थीं। Read More
Dev Anand Death Anniversary special: 26 सितंबर 1923 को जन्मे देव आनंद का निधन 3 दिसंबर 2011 को हुआ था. देव साहब उन एवरग्रीन और सुपरस्टार्स में से एक थे जिनका अंदाज़ सबसे निराला था. आज आपको बताते है देव आनंद और सुरैया की अधूरी प्रेम कहानी के बारें में. ...
विश्व इतिहास में 26 सितंबर: 26 सितंबर 1976 को हमारे पड़ोसी देश चीन ने लोप नोर में परमाणु परीक्षण किया था। जानिए विश्व इतिहास में आज के दिन और कौन सी अहम घटनाएँ हुई थीं। ...
देव आनन्द के कहने पर गुरु दत्त ने राज खोसला को बाजी (1951) फिल्म में अपने सहायक के तौर पर मौका दिया था। बाद में गुरु दत्त ने सीआईडी (1956) में राज खोसला को निर्देशक के तौर पर ब्रेक दिया। ...