उत्तर प्रदेश के फैजाबाद जिले (अब अयोध्या) में स्थित बाबरी मस्जिद (विवादित ढांचा) को 6 दिसंबर, 1992 को गिरा दिया गया था। जानकारी के अनुसार 6 दिसंबर को करीब 1,50,000 कारसेवकों ने एक हिंसक रैली चलाई। इसमें मुंबई, वाराणसी से लेकर दिल्ली तक कारसेवकों ने हिस्सा लिया। नतीजतन भारत के कई प्रमुख शहरों में दंगे जैसे हालात बन गए थे। एक रिपोर्ट के अनुसार इन दंगों में 2,000 से अधिक लोग मारे गये। मामले में भारतीय जनता पार्टी के नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, अटल बिहारी वाजपेयी, कल्याण सिंह समेत कई नेताओं को आरोपी बनाया गया था। बाद में इसमें न्यायमूर्ति मनमोहन सिंह लिब्राहन ने अपनी रिपोर्ट में 68 लोगों को दोषी माना, जिनमें ये सभी नाम थे। Read More
साल 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में फैसला 30 सितंबर को आएगा। कोर्ट ने इसी 1 सितंबर को सुनवाई पूरी कर ली थी। इस मामले में फैसले के दौरान कोर्ट ने सभी आरोपियों को मौजूद रहने का निर्देश दिया है। ...
इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन (आईआईसीएफ) के सचिव और प्रवक्ता अतहर हुसैन ने शनिवार को बताया, ‘‘धन्नीपुर में जो मस्जिद बनेगी, उसके साथ इंडो इस्लामिक शोध संस्थान में जनसामान्य के लिये अस्पताल, संग्रहालय जैसी सुविधायें होंगी। ...
उच्चतम न्यायालय ने इस मामले का निस्तारण करने की अंतिम तारीख सितंबर के अंत तक बढ़ा दी है। इससे पहले अदालत बचाव पक्ष को दलीलें पेश करने के लिए 21 अगस्त और 24 अगस्त को समय दे चुकी है, बाद में इसे आज शुक्रवार के लिए सूचीबद्ध किया गया था। अब बचाव पक्ष और ...
अयोध्या की बाबरी मस्जिद के विध्वंस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आज लखनऊ की सीबीआई ट्रायल कोर्ट को फैसला सुनाने के लिए एक महीने का समय दे दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई कोर्ट के लिए 30 सितंबर की नई समय सीमा तय की है। बताते चलें कि बाबरी विध्वंस मा ...
न्यायमूर्ति रोहिंटन एफ नरीमन की अध्यक्षता वाली पीठ ने विशेष न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार यादव को फैसला सुनाने सहित कार्यवाही पूरी करने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया। ...
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम जन्मभूमि पर श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री जी का अयोध्या में आगमन हुआ। मैं इसके लिए प्रदेशवासियों की तरफ से आभार व्यक्त करता हूं। ये मंदिर न केवल श्री राम की यश और कीर्ति का प्रतिक बनेगा, अपितु दुनिया ...
अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की बात पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आधिकारिक तौर पर भूमि पूजन में हिस्सा लेना प्रधानमंत्री की संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा। धर्मनिरपेक्षता ही संविधान की मूल भावना है। ...