राम जन्मभूमिः सीएम योगी बोले- गौरवपूर्ण दिन, हमने भगवान के नाम पर राजनीति नहीं की, खत्म हुआ 500 साल का इंतजार
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 5, 2020 04:00 PM2020-08-05T16:00:13+5:302020-08-05T18:06:16+5:30
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम जन्मभूमि पर श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री जी का अयोध्या में आगमन हुआ। मैं इसके लिए प्रदेशवासियों की तरफ से आभार व्यक्त करता हूं। ये मंदिर न केवल श्री राम की यश और कीर्ति का प्रतिक बनेगा, अपितु दुनिया में भारत की यश और कीर्ति का प्रतिक भी बनेगा।
अयोध्याः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह भव्य मंदिर के निर्माण का शुभारंभ है। अयोध्या में पर्यटन की संभावनाएं हैं। संकीर्ण दृष्टि के चलते राम मंदिर बनने में देरी हुई। हमने भगवान राम के नाम पर राजनीति नहीं की। हमारे लिए आज का गौरवपूर्ण दिन है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम जन्मभूमि पर श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री जी का अयोध्या में आगमन हुआ। मैं इसके लिए प्रदेशवासियों की तरफ से आभार व्यक्त करता हूं। ये मंदिर न केवल श्री राम की यश और कीर्ति का प्रतिक बनेगा, अपितु दुनिया में भारत की यश और कीर्ति का प्रतिक भी बनेगा।
श्री राम जन्मभूमि शिलान्यास के समय केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में अपने घर पर परिवार के साथ भगवान श्री राम की पूजा की। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि आज पूरा देश और विश्व के अनेक लोग आज बहुत खुश हैं, क्योंकि 500 साल से जो विवाद चल रहा था वो शांतिपूर्ण ढंग से कैसे समाप्त किया जा सकता है, इसका उदाहरण आज भारत ने पेश किया है। श्री राम के भव्य मंदिर का शिलान्यास आज हुआ है।
केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास के बाद अपने निवास पर मिठाई बांटा। असम के मुख्यमंंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि आज देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है, सदियों से देशवासियों को इसी का इंतजार था कि भगवान राम की जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण हो। मुझे लगता है कि देश में शांति व्यवस्था और इंसानियत की भावनाओं को मजबूत बनाने में राम मंदिर की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
मुझे विश्वास है, हम सब आगे बढ़ेंगे, देश आगे बढ़ेगा। भगवान राम का ये मंदिर युगों-युगों तक मानवता को प्रेरणा देता रहेगा, मार्गदर्शन करता रहेगा। प्रभु श्रीराम ने हमें कर्तव्यपालन की सीख दी है, अपने कर्तव्यों को कैसे निभाएं इसकी सीख दी है, उन्होंने हमें विरोध से निकलकर, बोध और शोध का मार्ग दिखाया है, हमें आपसी प्रेम और भाईचारे के जोड़ से राममंदिर की इन शिलाओं को जोड़ना है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन के बाद बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राम मंदिर की आधारशिला रखना नवीन युग का प्रारंभ है और यह युग 'रामराज्य' तथा 'नए भारत के निर्माण' का है।
योगी ने ट्वीट किया, ''आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा श्री राम मंदिर की आधारशिला रखना, एक नवीन युग के प्रारंभ का सुअवसर है। यह नया युग लोककल्याण के लिए तपोमयी सेवा का है। यह युग रामराज्य का है। यह युग प्रभु श्री राम के आदर्शों के अनुरूप नए भारत के निर्माण का है। जय श्री राम!''
उन्होंने कहा, ‘‘श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन का यह अवसर, गौरव का है, आह्लाद का है, संतोष का है, सत्यजीत करुणा का है। हम भाग्यशाली हैं कि प्रभु श्रीराम ने हमें इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी होने का सकल आशीष प्रदान किया।’’
योगी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, '' राम काज करिबे को आतुर...
योगी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, '' राम काज करिबे को आतुर...शताब्दियों की प्रतीक्षा और संकल्प की पूर्णाहुति करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने श्री अवधपुरी में श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन किया। गणमान्य जनों की उपस्थिति में इस अविस्मरणीय अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा शिलापट्ट अनावृत्त किया गया।’’
उन्होंने कहा कि श्रीरामलला के चिर अभिलाषित भव्य-दिव्य मंदिर की आधारशिला आज प्रधानमंत्री के कर-कमलों से रखी गई है। श्री अयोध्या धाम में श्री राम मंदिर भारत की सांस्कृतिक अन्तरात्मा की समरस अभिव्यक्ति का प्रतिमान सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मर्यादा के प्रतिमान, पुरुषोत्तम, श्री अवधपुरी के प्राणप्रिय राजा श्रीराम के दिव्य मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार। भाव-विभोर करने वाले इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रत्येक देशवासी का मन आह्लादित है, हर्षित और मुदित है।
लोकतांत्रिक तरीके से समस्याओं के समाधान की ताकत का एहसास करा रहा है भूमि पूजन : योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन को रामराज्य की अवधारणा से जोड़ते हुए बुधवार को कहा कि मंदिर के लिये संघर्ष की इस परिणति ने लोकतांत्रिक पद्धति और संविधान सम्मत तरीके से समस्याओं के समाधान की भारत की ताकत का एहसास कराया है।
योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि यह केवल मंदिर निर्माण के कार्यक्रम का शुभारंभ ही नहीं, बल्कि उसे भारत को दुनिया के सामने पेश करने का अवसर भी है जिसे आज से 6 वर्ष पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रामराज्य की अवधारणा को चरितार्थ करने के लिए आगे बढ़ाया था। उन्होंने कहा कि रामराज्य, जिसमें किसी के साथ जाति, क्षेत्र, भाषा के नाम पर कोई भेदभाव नहीं होगा।
I thank PM Modi for being present today, at the most awaited moment of the past 500 years. We have to implement the work plan prepared by PM Modi. This temple will not only be the epitome of Lord Ram's greatness but of India's too: UP CM Yogi Adityanath #RamTemplepic.twitter.com/M7geyz8bMW
— ANI UP (@ANINewsUP) August 5, 2020
'सबका साथ, सबका विकास' की भावना को चरितार्थ करते हुए जिस कार्यक्रम को छह वर्ष पहले आगे बढ़ाया गया था
'सबका साथ, सबका विकास' की भावना को चरितार्थ करते हुए जिस कार्यक्रम को छह वर्ष पहले आगे बढ़ाया गया था, भगवान राम का भव्य दिव्य मंदिर उनकी कीर्ति के अनुरूप भारत के यश और कीर्ति को देश और दुनिया में इसी के रूप में आगे बढ़ाने का काम करेगा।
'जय श्री राम' के साथ अपना संबोधन शुरू करने वाले मुख्यमंत्री ने कहा कि 500 वर्षों का एक लंबा बड़ा और कड़ा संघर्ष हुआ, लेकिन शांतिपूर्ण ढंग से लोकतांत्रिक पद्धति से और संविधान सम्मत तरीके से समस्याओं का समाधान कैसे हो सकता है, भारत ने दुनिया की सभी ताकतों को इस बात का एहसास कराया है। योगी ने कहा ''जो सपना हम सब ने देखा है, मुझे लगता है कि उसका एहसास तीन वर्ष पहले अयोध्या में दीपोत्सव के आयोजन के साथ आप सबने किया होगा।
आज उस कार्यक्रम की सिद्धि के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम जन्मभूमि के भव्य मंदिर के निर्माण कार्य के भूमि पूजन का फल हम सब को देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण का काम श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास करेगा लेकिन अवधपुरी को दुनिया की सबसे वैभवशाली और सबसे समृद्धशाली नगरी के रूप में भौतिक विकास की दृष्टि में सांस्कृतिक परंपराओं को अक्षुण्ण बनाए रखने के संकल्प के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं।