पेरिस, तीन मई: पिछले तीन साल में पहली बार रोजर फेडरर अगले सप्ताह मैड्रिड में क्ले कोर्ट पर लौटेंगे और उन्होंने स्वीकार किया कि वह ‘नो मैंस लैंड’ में जाने जैसा महसूस कर रहे हैं।
37 बरस के फेडरर ने आखिरी बार 2016 में रोम मास्टर्स खेला था। उसके बाद लगातार हार्डकोर्ट और ग्रासकोर्ट पर खेल रहे हैं। अपने कैरियर के आखिरी पड़ाव में पहुंचे फेडरर अब उस कोर्ट पर खुद को चुनौती देना चाहते हैं जो उनके चिर प्रतिद्वंद्वी रफेल नडाल की बादशाहत का साक्षी रहा है।
उन्होंने कहा, 'मैं काफी रोमांचित हूं। यह अच्छी चुनौती है। मुझे लग रहा है कि नो मैंस लैंड में जा रहा हूं। मुझे नये सिरे से शुरू करना होगा।
फेडरर का लंबे समय से सपना रोला गैरां रहा है, जहां उन्होंने 2009 में खिताब जीता था और उसके बाद 2006, 2007, 2008 और 2011 में यहां उपविजेता रहे थे और हर बार फाइनल में राफेल नडाल से हारे थे।
लेकिन 11 बार के फ्रेंच ओपन चैंपियन राफेल नडाल की हाल के दिनो में बार्सिलोना और मोंटे कार्लो जैसे क्ले कोर्ट टूर्नामेंट में शिकस्त से फेडरर के लिए इस 'नो मैंस लैंड' कोर्ट पर अच्छा करने की उम्मीद जगी है।