यहां जानें 4G, LTE और VoLTE में क्या है अंतर, कैसे करता है काम

By जोयिता भट्टाचार्या | Published: November 30, 2019 04:07 PM2019-11-30T16:07:08+5:302019-11-30T16:07:08+5:30

कई बड़ी स्मार्टफोन कंपनियों ने अपने डिवाइस को 5G सपोर्ट के साथ भी लॉन्च करना शुरू कर दिया है। इनमें 3जी के मुकाबले 4जी में इंटरनेट काफी स्पीड में काम करता है। क्योंकि ज्यादातर काम फोन के जरिए होते हैं ऐसे में अगर इंटरनेट की स्पीड सही से काम न करें तो परेशानी होती है। हम रोज कई घंटे समय इंटरनेट पर गुजारते हैं।

what is the Difference between 4G LTE, VoLTE in hindi, 4g volte vs 4g lte which is better | यहां जानें 4G, LTE और VoLTE में क्या है अंतर, कैसे करता है काम

यहां जानें 4G, LTE और VoLTE में क्या है अंतर, कैसे करता है काम

Highlightsटेलीकॉम कंपनियों को 4G नेटवर्क की सुविधा लेने से पहले ITU-R के ग्लोबल स्टैंडर्ड यानि इंटरनेशनल मोबाइल कम्युनिकेशन्स- एडवांस्ड से जुड़ी शर्तों को पूरा करना पड़ता हैइन शर्तों को पूरा करने के बाद ही टेलीकॉम ऑपरेटर अपने नेटवर्क को 4G कहला सकता है

आज से दो साल पहले तक लोगों के पास सिर्फ 3G फोन हुआ करता था। लेकिन समय के साथ स्मार्टफोन की टेक्नोलॉजी में कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं और लोगों के पास अब 4G फोन हैं। इतना ही नहीं बल्कि कई बड़ी स्मार्टफोन कंपनियों ने अपने डिवाइस को 5G सपोर्ट के साथ भी लॉन्च करना शुरू कर दिया है।

इनमें 3जी के मुकाबले 4जी में इंटरनेट काफी स्पीड में काम करता है। क्योंकि ज्यादातर काम फोन के जरिए होते हैं ऐसे में अगर इंटरनेट की स्पीड सही से काम न करें तो परेशानी होती है। हम रोज कई घंटे समय इंटरनेट पर गुजारते हैं।

आपको बता दें कि मौजूदा समय में जितने भी फोन बाजार में हैं उनमें 4G, LTE या VoLTE लिखा हुआ नजर आता है। जो आपके इंटरनेट और कॉल को बिना किसी रुकावट के चलाता है। तो आइए जानते हैं कि कैसे ये फीचर काम करते हैं...

4G

4जी का पूरा नाम है Fourth Generation Technology यानी कि चौथें पीढ़ी का सेल्युलर नेटवर्क। 3जी टेक्नोलॉजी के बजाय 4G में ज्यादा बेहतर इंटरनेट स्पीड मिलती है। टेलीकॉम कंपनियों को 4G नेटवर्क की सुविधा लेने से पहले इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन (ITU-R) के ग्लोबल स्टैंडर्ड यानि इंटरनेशनल मोबाइल कम्युनिकेशन्स- एडवांस्ड से जुड़ी शर्तों को पूरा करना पड़ता है।

इन शर्तों को पूरा करने के बाद ही टेलीकॉम ऑपरेटर अपने नेटवर्क को 4G कहला सकता है। एक 4G नेटवर्क को इन शर्तों को पूरा करना होता है...

1- ऑल-IP पैकेट स्विच्ड नेटवर्क

2- हाई मोबिलिटी के लिए 100 Mbps की डेटा स्पीड और लो मोबिलिटी के लिए 1 Gbps तक की डेटा स्पीड

3- बिना रुकावट कनेक्टिविटी और ग्लोबल रोमिंग

4- मौजूदा वायरलेस मानकों के साथ इंटरऑपरेबिलिटी

5- स्मूद हैंडओवर

गौर करें तो नेटवर्क के हर जनरेशन के साथ डेटा के टाइप, प्रोसेसिंग और ट्रांसफर पावर में काफी बदलाव देखने को मिला है।

4G LTE

अब बात 4जी एलटीई की। सभी फोन में आपको 4G LTE का ऑप्शन नजर आता है। साथ ही हम नेटवर्क की स्पीड को बेहतर बनाने के लिए इसका इस्तेमाल भी करते हैं। LTE को 4G का ही दूसरा नाम माना जाता है। LTE का फुल फॉर्म Long Term Evolution है। यह 4जी वायरलेस ब्रॉडबैंड का एक स्टैंडर्ड होता है जो कि मोबाइल यूजर्स को नेटवर्क कैपासिटी को बढ़ाने और स्पीड प्रदान करती है।

LTE से न सिर्फ बढ़िया डेटा स्पीड मिलती है बल्कि LTE नेटवर्क पर कॉल भी की जा सकती है। एलटीई, पुराने 3जी नेटवर्क के मुकाबले कहीं ज्यादा डेटा कैरी करने में सक्षम है, इसलिए आपको बेहतरीन कॉल क्वालिटी और घर या ऑफिस के भीतर पहले से कहीं बेहतर नेटवर्क कवरेज मिलती है।

VoLTE

वोल्ट भी 4जी और एलटीई का एक हिस्सा है। VoLTE का फुल फॉर्म Voice Over LTE है। यह बाकी दो के मुकाबले नई टेक्नोलॉजी है। इस फीचर में आप कॉल के दौरान भी इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके साथ ही वोल्ट में आपको एलटीई से कहीं बेहतर इंटरनेट एक्सपीरियंस मिलता है।

English summary :
what is the Difference between 4G LTE and VoLTE: Let us tell you that in all the phones currently in the market, 4G, LTE or VoLTE is written. Which runs your internet and calls without interruption.


Web Title: what is the Difference between 4G LTE, VoLTE in hindi, 4g volte vs 4g lte which is better

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