ऑनलाइन गेमिंग का भारत में बढ़ा क्रेज, ऐसे कमा सकते हैं बड़ा मुनाफा
By जोयिता भट्टाचार्या | Published: March 5, 2019 12:59 PM2019-03-05T12:59:16+5:302019-03-05T13:00:02+5:30
देश में डिजिटल ढांचा के तेजी से बढ़ने का लाभ ऑनलाइन गेमिंग कारोबार को भी मिला है। 2014 में यह आंकड़ा गेमिंग इंडस्ट्री में 2000 करोड़ रुपये की थी, जो वित्त वर्ष 2018 में दोगुना बढ़कर 4,400 करोड़ रुपये की हो गई है।
भारत में ऑनलाइन गेमिंग का क्रेज बढ़ता जा रहा है। एक रिपोर्ट में सामने आया है कि वित्त वर्ष 2022-23 तक इस क्षेत्र के 11,900 करोड़ रुपये के आंकड़े तक पहुंचने की उम्मीद है। देश में डिजिटल ढांचा के तेजी से बढ़ने का लाभ ऑनलाइन गेमिंग कारोबार को भी मिला है। 2014 में यह आंकड़ा गेमिंग इंडस्ट्री में 2000 करोड़ रुपये की थी, जो वित्त वर्ष 2018 में दोगुना बढ़कर 4,400 करोड़ रुपये की हो गई है।
केपीएमजी-इंडियन फेडरेशन ऑफ स्पोर्ट्स गेमिंग की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2013-14 में ऑनलाइन गेमिंग कारोबार 2,000 करोड़ रुपये का था। वित्त वर्ष 2017-18 में यह बढ़कर 4,400 करोड़ रुपये हो गया। अब वित्त वर्ष 2017-18 से 2022-23 के बीच इसकी कमाई 22 प्रतिशत सालाना दर से बढ़कर 11,900 करोड़ रुपये होने की संभावना है।
ऑनलाइन गेमिंग में कमाई का सबसे बड़ा जरिया मोबाइल फोन
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018 में गेम खेलने वालों और गेम विकसित करने वाली कंपनियों की कुल संख्या बढ़कर 25 करोड़ हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑनलाइन गेमिंग में कमाई का सबसे बड़ा जरिया मोबाइल फोन है। वित्त वर्ष 2016-17 में ऑनलाइन गेमिंग से हुई कुल कमाई का 85 प्रतिशत मोबाइल फोन से आया।
फोन की कम कीमत और सस्ते डेटा से बढ़ा ऑनलाइन गेमिंग का क्रेज
भारतीय बाजार में सस्ते मोबाइल मिलने के साथ ही सस्ती कीमत पर मिलने वाले डेटा ने ऑनलाइन गेमिंग का क्रेज कुछ सालों में बढ़ा दिया है। साथ ही पिछले कुछ सालों में मोबाइल फोन से होने वाली कमाई में तेजी से इजाफा हुआ है। इसमें से ऑनलाइन गेमिंग का बड़ा हिस्सा है। जिन गेम को सबसे ज्यादा खेला जाता है, उनमें Puzzle, action और एडवेंचर टॉप गेम हैं। साथ ही Fantasy Sport भी एक उभरता हुआ गेम है।
गेम खेलने के सथा ही गेम आर्ट प्रोफेशनल्स की काफी मांग है। जिसकी वजह से भारत में गेमिंग के सेक्टर में नौकरी के बड़े अवसर बनकर उभरे हैं।