नोएडा में कोविड मरीजों के लिए Upchar मोबाइल ऐप लॉन्च, घर बैठे डॉक्टर से ले सकेंगे सलाह
By विनीत कुमार | Published: June 1, 2021 03:22 PM2021-06-01T15:22:56+5:302021-06-01T15:34:23+5:30
नोएडा के लोगों के लिए एक ऐप शुरू की गई है। इसकी मदद से गौतम बुद्ध नगर जिले में होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीज डॉक्टरों की सलाह हासिल कर सकेंगे। इस ऐप को 'उपचार' नाम दिया गया है।
नोएडा:उत्तर प्रदेश के गौतम बौद्ध नगर जिले में कोविड -19 के प्रकोप के बीच बेहतर चिकित्सा परामर्श और लोगों को आसानी से डॉक्टरों से जोड़ने के लिए एक नया मोबाइल फोन ऐप लॉन्च किया गया है। इसे 'उपचार' (Upchar) नाम दिया गया है।
इसे गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (GIMS) और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के सहयोग से सोमवार को लॉन्च किया गया। इसके तहत ग्रामीण इलाकों में होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों तक डॉक्टरों की ऑनलाइन पहुंच बनाने की कोशिश है।
मरीज इस ऐप के माध्यम से फोन के जरिए चिकित्सकों की सलाह ले सकेंगे। GIMS इसके लिए डॉक्टरों का एक पैनल भी तैयार करेगा, जिसने मरीज बात करेंगे।
Upchar ऐप कैसे करता है काम
यह ऐप फिलहाल एंड्रॉयड यूजर्स के लिए है। इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा। अगले एक या दो दिनों में ये डाउनलोड के लिए उपलब्ध होगा। इसके बाद इसमें अपनी मेडिकल हिस्ट्री सहित मांग गई अन्य जानकारी देनी होगी। ये ऐप हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध होगी।
गौतम बुद्ध नगर से कोई भी इस ऐप में अपना रजिस्ट्रेशन करा सकता है। रजिस्ट्रेशन कराते समय एक ओटीपी आपके मोबाइल पर आयेगा, जिसके दर्ज कराना होगा।
इसके बाद आप दिए गए लक्षणों की लिस्ट में से अपनी समस्या चुन सकते हैं। ऐसे में एक प्रिस्क्रिप्शन खुद तैयार हो जाएगी जो ऐप के जरिए पैनल के जरिए डॉक्टरों के पास भेजी जा सकेगी। साथ ही इसमें आपका मेडिकल रिकॉर्ड भी भविष्य के इस्तेमाल के लिए स्टोर रहेगा।
बता दें कि कोविड-19 महामारी की स्थिति को देखते हुए गौतम बुद्ध नगर जिला में 30 जून तक कर्फ्यू बढ़ाया गया है। इस दौरान आवश्यक सेवाओं पर किसी प्रकार की रोक नहीं होगी।
हालांकि किसी भी प्रकार की सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक, उत्सव से संबंधित गतिविधियां बिना अनुमति के नहीं होंगी। विवाह समारोह में 25 और अंतिम संस्कार में 20 से अधिक लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं होगी। नोएडा में अभी भी 1000 से ज्यादा कोरोना एक्टिव मरीज हैं।