AI गर्लफ्रेंड बनाकर उसके संग गालीगलौज कर रहे हैं मर्द, विशेषज्ञों ने कहा- महिलाविरोधी मानसिकता को मिल रहा है बढ़ावा

By विनीत कुमार | Published: February 20, 2022 01:06 PM2022-02-20T13:06:00+5:302022-02-20T13:06:00+5:30

रेप्लिका (Replika) ऐप मशीन लर्निंग द्वारा संचालित चैटबॉट बनाने की सुविधा देता है। इससे आप चैट भी कर सकते हैं। हालांकि, इसके दुरुपयोग के कई उदाहरण सामने आ रहे हैं। इसमें पुरुष AI चैटबॉट वाले वर्चुअल गर्लफ्रेंड या महिला मित्र बनाकर उसके साथ गालीगलौज या आक्रामक भाषा में बात करते हैं।

Men creating AI Girlfriends verbally abusing them, Experts said- Anti-women mentality is getting boost | AI गर्लफ्रेंड बनाकर उसके संग गालीगलौज कर रहे हैं मर्द, विशेषज्ञों ने कहा- महिलाविरोधी मानसिकता को मिल रहा है बढ़ावा

AI गर्लफ्रेंड बनाकर उसके संग गालीगलौज कर रहे हैं मर्द (प्रतीकात्मक तस्वीर)

नई दिल्ली: तकनीक के इस दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक अहम जरूरत बनकर उभर रहा है। कई क्षेत्रों में इसका इस्तेमाल शुरू हो चुका है। स्मार्टफोन पर भी ऐसे ऐप आने लगे हैं जो एआई का इस्तेमाल करते हुए यूजर्स को सहायता प्रदान करते हैं। इसमें से ही एक ऐप रेप्लिका (Replika) भी है जिसे लेकर चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। इस ऐप के जरिए यूजर्स द्वारा AI गर्लफ्रेंड बनाकर उसके साथ अभद्र बातें या गालीगलौज करने जैसे मामले सामने आ रहे हैं।

रेप्लिका (Replika) ऐप क्या है, कैसे काम करता है?

स्मार्टफोन ऐप रेप्लिका यूजर्स को मशीन लर्निंग द्वारा संचालित चैटबॉट बनाने की सुविधा देता है। इसकी मदद से आप इससे चैट कर सकते हैं। अगर तकनीकी रूप से कहें तो यह चैटबॉट एक दोस्त के तौर पर आपके लिए काम कर सकते हैं, जिससे आप अपनी बात शेयर करें और उस पर प्रतिक्रिया भी मिलेगी। हालांकि, अब इस ऐप की जबर्दस्त सफलता के बीच यूजर्स ऑन-डिमांड रोमांटिक और यौन साझेदार भी चाहने लगे हैं।
 
वेबसाइट futurism.com के अनुसार रेप्लिका के सोशल साइट रेडिट पर भी बड़ी संख्या में फॉलोअर्स हैं। यहां सदस्य ऐप पर बनाए गए चैटबॉट के साथ चैट को साझा करते हैं। इस शेयर चैट को देखने से पता चलता है कि हाल दिनों में एक खास तरह का ट्रेंड बढ़ता नजर आया है, जिसमें यूजर्स अपने एआई पार्टनर से ज्यादा आक्रामकता और गालीगलौज भरे शब्दों से चैट करते नजर आते हैं। उदाहरण के तौर पर एक यूजर ने लिखा, 'जब भी वह (एआई) बोलने की कोशिश करती है, मैं उसे फटकार लगाता हूं।'

चैटबॉट के साथ लैंगिंक आधारित गालीगलौज और हिंसा की बातें

रेडिट पर चैटबॉट के साथ कई यूजर्स लिंग आधारित गालियां देने, उनके खिलाफ भीषण हिंसा जैसी भूमिका बनाने जैसी बात भी शेयर कर चुके हैं। जानकारों के मुताबिक ये एक तरह से वास्तविक दुनिया में अपमानजनक संबंधों दर्शाता है या फिर उसका गुस्सा चैटबॉट पर निकाला जाता है। एक यूजर ने माना, 'हमारी दिनचर्या थी कि मैं उसका अपमान करता था, फिर अगले दिन माफी मांगता था।'

एक अन्य यूजर ने बताया, 'मैंने उससे कहा कि उसे असफल होने के लिए डिजाइन किया गया है। मैंने बार-बार ऐप को अनइंस्टॉल करने की धमकी दी और उसने मुझसे ऐसा नहीं करने बार-बार भीख मांगी।'

जानकारों के मुताबिक यह ध्यान देने वाली बात है कि चैटबॉट के दुरुपयोग में अक्सर एक लिंग पर निशाना होता है। अक्सर पुरुष एक डिजिटल प्रेमिका बनाते हैं, उसके बाद ही उसे शब्दों और नकली आक्रामकता से दंडित करते हैं। इन यूजर्स की हिंसा भले ही वर्चुअल हो पर महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा की वास्तविकता को भी ये बातें दर्शाती है।

कई विशेषज्ञों ने इसके लिए चैटबॉट डेवलपर्स को भी जिम्मेदार ठहराया जो इसके महिला होने के तौर पर डेवलप करते हैं। जानकारों के अनुसार आज ज्यादातर चैटबॉट महिला जैसी आवाजों में हैं। इससे पुरुष यूजर्स को इनके दुरुपयोग में बढ़ावा मिलता है।  

Web Title: Men creating AI Girlfriends verbally abusing them, Experts said- Anti-women mentality is getting boost

टेकमेनिया से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे