अब नौकरी खोजने में सरकारी व्हाट्सएप चैटबॉट करेगा मदद, अपने ही राज्य के जॉब की मिलेगी जानकारी

By अनुराग आनंद | Published: February 11, 2021 11:24 AM2021-02-11T11:24:08+5:302021-02-11T11:35:41+5:30

सरकारी संस्था प्रौद्योगिकी सूचना पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद (TIFAC) ने प्रवासी मजदूरों की समस्या को ध्यान में रखकर उन्हें अपने ही क्षेत्र में नौकरी संबंधी जानकारी उप्लब्ध कराने के ख्याल से इस फीचर की शुरुआत की है। 

govt’s WhatsApp chatbot will help labourers look for work in home states | अब नौकरी खोजने में सरकारी व्हाट्सएप चैटबॉट करेगा मदद, अपने ही राज्य के जॉब की मिलेगी जानकारी

अब प्रवासी मजदूरों को अपने घर के आसपास की नौकरी की जानकारी मिलेगी (फाइल फोटो)

Highlightsइस पोर्टल में भारत भर के MSMEs को उस क्षेत्र के मैप (नक्शा) के माध्यम से जोड़ा गया है।इस सुविधा का लाभ लेने के लिए 7208635370  व्हाट्सऐप नंबर पर हाई संदेश भेजकर मदद प्राप्त किया जा सकता है।

नई दिल्ली: भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने आम लोगों की जरूरत को ध्यान में रखकर व्हाट्सऐप पर एक नए और शानदार सुविधा की शुरुआत की है।

अब व्हाट्सऐप चैटबॉट में हाई भेजते ही किसी भी व्यक्ति को अपने गृह राज्यों में स्किल के हिसाब से नौकरी की जानकारी मिल जाएगी। यह जानकारी पूर्णत: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट के जरिए लोगों को दी जाएगी।

श्रम शक्ति मंच (SAKSHAM) नामक एक पोर्टल बनाया गया है-

डीएसटी की प्रौद्योगिकी सूचना पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद (TIFAC) ने श्रम शक्ति मंच (SAKSHAM) नामक एक पोर्टल बनाया है।

इस पोर्टल से उस क्षेत्र के मजदूरों और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को व्हाट्सएप के माध्यम से जोड़ने का काम किया जाएगा। इसके बाद लोगों को आराम से अपने क्षेत्र में उप्लब्ध नौकरी व अवसरों के बारे में जानकारी मिल जाएगी। 

द प्रिंट के मुताबिक, TIFAC के कार्यकारी निदेशक प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि SAKSHAM को कोविड-19 महामारी के दौरान तैयार किया गया है।

कोरोना वायरस महामारी में प्रवासी मजदूरों की समस्या को देख इसकी जरूरत महसूस हुई

उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोरोना वायरस महामारी ने लाखों मजदूरों को नौकरी-पेशा छोड़कर अपने घर लौटने के लिए बाध्य किया, उसे ध्यान में रखकर इस प्लेटफॉर्म को तैयार किया गया है। 

अधिकारी ने कहा कि महामारी के दौरान जिस तरह से प्रवासी मजदूर अपने परिवारों के साथ सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर घर तक पहुंचे, जिनमें महिला, बच्चे व बुजुर्ग सभी शामिल थे। उसे ही ध्यान में रखकर सक्षम का आईडिया हमारे दिमाग में आया और हमने काम करना शुरू किया। 

MSMEs को उस क्षेत्र के मैप (नक्शा) के माध्यम से जोड़ा गया है-

इस पोर्टल में भारत भर के MSMEs को उस क्षेत्र के मैप (नक्शा) के माध्यम से जोड़ा गया है। नौकरियों की उपलब्धता और आवश्यक स्किल पर डेटा का उपयोग करते हुए पोर्टल विभिन्न क्षेत्र के लोगों को वहां उप्लब्ध संभावित रोजगार के अवसरों के बारे में जानकारी देगा। इस सुविधा का लाभ लेने के लिए 7208635370  व्हाट्सऐप नंबर पर हाई संदेश भेजकर मदद प्राप्त किया जा सकता है।

एक बार जब कोई व्यक्ति इस व्हाट्सऐप  नंबर पर हाई संदेश भेजता है तो चैटबोट के जरिए व्यक्ति से उनके कार्य अनुभव व स्किल के बारे में जानकारी मांगी जाती है। प्राप्त जानकारी के आधार पर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम यूजर को निकट में उपलब्ध नौकरी के बारे में जानकारी देता है। 

Web Title: govt’s WhatsApp chatbot will help labourers look for work in home states

टेकमेनिया से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे