शाहरुख खान से योगी आदित्यनाथ, अमिताभ बच्चन, कोहली और राहुल गांधी तक....देखें किस-किसके ट्विटर अकाउंट से हट गए ब्लू टिक, क्या है वजह?
By विनीत कुमार | Published: April 21, 2023 07:13 AM2023-04-21T07:13:10+5:302023-04-21T07:33:55+5:30
ट्विटर के उन कई अकाउंट से रात 12 बजे से ब्लू टिक हट गए हैं जिन्होंने पेड सर्विस नहीं लिया है। इसमें कई बड़े नेता, मुख्यमंत्री और नामी-गिरामी चेहरे शामिल हैं।
नई दिल्ली: माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने उन तमाम अकाउंट से ब्लू टिक आखिरकार हटा दिया है जिन्हें अब तक पैसे दिए बिना यह सर्विस मिल ही थी। ब्लू टिक वेरिफाइड अकाउंट के तौर पर ट्विटर की ओर से दिया जाता रहा है और इसके लिए कोई पैसे भी नहीं लगते थे। हालांकि, एलन मस्क के ट्विटर के अधिग्रहण के कुछ दिन बाद ही वेरिफाइड अकाउंट के लिए पेड सर्विस की शुरुआत की गई थी।
बहरहाल, पैसे नहीं चुकाने पर ब्लू टिक हटा लिए जाने से भारत में भी इसका असर कई नामी-गिरामी लोगों के ट्विटर अकाउंट पर नजर आ रहा है। इसमें यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अरविंद केजरीवाल और बसपा सुप्रीम मायावती भी शामिल हैं। इन सभी के अकाउंट से ब्लू टिक शुक्रवार रात 12 बजे के बाद हट गया।
कई बॉलीवुड स्टार और क्रिकेटर्स के अकाउंट से भी हटा ब्लू टिक
बड़े-बड़े नेताओं के अलावा बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान, अक्षय कुमार तक के ब्लू टिक हट गए हैं। इसके अलावा क्रिकेट जगत से विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी, सचिन तेंदुलकर, रोहित शर्मा आदि तक के अकाउंट से भी ब्लू टिक हट गया है।
गौरतलब है कि एलन मस्क ने 12 अप्रैल को ही ऐलान कर दिया था कि 20 अप्रैल से सभी लेगेसी वेरिफाइड अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिए जाएंगे। उन्होंने कहा था कि अब उन्हें ही यह सुविधा मिल सकेगी जो इसके लिए पैसे खर्च करेंगे।
इससे पहले मार्च में ट्विटर ने अपने आधिकारिक हैंडल से पोस्ट किया था, '1 अप्रैल से हम अपने लेगेसी वेरिफाइड प्रोग्राम को समाप्त करना शुरू करेंगे और लेगेसी वेरिफाइड चेकमार्क को हटा देंगे। ट्विटर पर अपना नीला चेकमार्क रखने के लिए लोग ट्विटर ब्लू के लिए साइन अप कर सकते हैं।'
ट्विटर ने सबसे पहले 2009 में ब्लू टिक मार्क सिस्टम की शुरुआत की ताकि यूजर्स को मशहूर हस्तियों, राजनेता, कंपनियों और ब्रांड, समाचार संगठन आदि के सही खातों को पहचानने में मदद मिले। कंपनी तब पैसे नहीं लेती थी और न ही ऐसी कोई योजना थी। मस्क द्वारा ट्विटर के अधिग्रहण के करीब दो हफ्ते बाद ही सब्सक्रिप्शन सेवा शुरू करने की घोषणा कर दी गई थी।