86 पर्सेंट इंटरनेट यूजर्स होते हैं फेक न्यूज का शिकार, सर्वे में चौकाने वाली बात आई सामने
By जोयिता भट्टाचार्या | Updated: June 14, 2019 13:12 IST2019-06-14T13:08:37+5:302019-06-14T13:12:15+5:30
यह सर्वे सेंटर फॉर इंटरनेशनल गवर्नेंस इनोवेशन (CIGI) की ओर से हाल ही में कराया गया है। सालाना होने वाले इस सर्वे में 25 देशों के करीबन 25 हजार इंटरनेट यूजर्स ने इसमें हिस्सा लिया था।

Fake News Survey by CIGI Report
क्या आप जानते हैं कि आपको सोशल मीडिया पर दी गई सारी जानकारी सच नहीं होती है? जी हां, हाल ही में सामने आए एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि 86 पर्सेंट इंटनेट यूजर्स को फेक न्यूज से धोखा दिया गया है। इसमें सबसे ज्यादा फेक न्यूज सोशल मीडिया Facebook से मिलती है।
फेक न्यूज पर हाल ही में आई एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि 86 पर्सेंट इंटरनेट यूजर्स फेक न्यूज से धोखा खा जाते हैं। वहीं, उत्तरदाताओं ने कहा कि वे चाहते हैं कि सरकारें और सोशल मीडिया कंपनियां दोनों इन गतिविधियों पर नकेल कसें, जो इंटरनेट के प्रति अविश्वास बढ़ाने के साथ-साथ अर्थव्यवस्थाओं और राजनीतिक विमर्श को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही हैं।
25 देशों के इंटरनेट यूजर्स पर हुआ सर्वे
यह सर्वे सेंटर फॉर इंटरनेशनल गवर्नेंस इनोवेशन (CIGI) की ओर से हाल ही में कराया गया है। सालाना होने वाले इस सर्वे में 25 देशों के करीबन 25 हजार इंटरनेट यूजर्स ने इसमें हिस्सा लिया था।
सर्वे में कहा गया है कि "उपयोगकर्ताओं का कहना है कि सरकार और मीडिया कंपनियों से फेक न्यूज के खिलाफ कड़े फैसले लेने की उम्मीद करते हैं।" साथ ही सामने आया है कि फेक न्यूज के कारण बड़े स्तर पर इंटरनेट से लोगों का विश्वास कम हुआ है और अर्थव्यवस्था, राजनीतिक विमर्श पर भी इसके बुरे प्रभाव देखे जा सकते हैं।
फेसबुक से मिलती है सबसे ज्यादा फेक न्यूज
सर्वे में यह बात सामने आई है कि सबसे ज्यादा फेक न्यूज का प्रचार सोशल मीडिया Facebook के जरिए किया जाता है। हालांकि इसमें सिर्फ फेसबुक ही नहीं बल्कि यूट्यूब, ट्विटर और ब्लॉग भी देखे गए हैं जिनमें फेक न्यूज का काफी ज्यादा प्रभाव देखा गया है।
अमेरिका में फैलती है सबसे ज्यादा फेक न्यूज
वहीं, देश की बात करें तो सर्वे में यह सामने आया है कि अमेरिका में सबसे ज्यादा फेक न्यूज फैलाई जाती है। वहीं, रूस और चीन दूसरे नंबर पर है। मिस्र के लोग फेक न्यूज के मामले में सबसे कम जागरुक पाए गए हैं।
सबसे ज्यादा चौकाने वाली खबर है कि पाकिस्तान के इंटरनेट यूजर्स फेक न्यूज के मामले में सबसे ज्यादा सजग है।
यह आकड़ें CIGI ने जारी किए हैं जिसमें 21 दिसंबर, 2018 से 10 फरवरी, 2019 तक हुए इस सर्वे के लिए ऑनलाइन इंटरव्यू और डायरेक्ट इंटरव्यू के लिए एकत्रित किए गए थें।

