विनायकी चतुर्थी व्रत हर साल माघ के ज्येष्ठ माह में मनाया जाता है। इस बार यानी साल 2019 में यह व्रत 7 जून (शुक्रवार) को मनाया जा रहा है। जैसा कि नाम से साफ है कि यह भगवान गणेश को समर्पित व्रत है। इस दिन भगवान गणेश के साथ-साथ भगवान शिव और माता पार्वती की भी विशेष पूजा करनी चाहिए। इस व्रत को कई जगहों पर 'वरद विनायक चतुर्थी' के नाम से भी जाना जाता है। भगवान गणेश की इस दिन पूजा-अर्चना करने से घर में सुख-समृद्धि, शांति, और आर्थिक संपन्नता आती है।
विनायक चतुर्थी व्रत 2019: जानिए कैसे करें पूजा और क्या हैं नियम
- इस दिन साधक को तड़के सुबह उठ कर स्नान आदि कर लाल रंग का वस्त्र धारण करना चाहिए।
- इसके बाद पूजा की तैयारी करें। पूजन के समय अपने सामर्थ्य के अनुसार सोने, चांदी, पीतल, तांबा या फिर मिट्टी से बनी हुई गणेश की प्रतिमा स्थापित करें।
- इस दौरान पूजा करते हुए 'ॐ गं गणपतयै नम:' मंत्र का जाप करते हुए 21 दूर्वा चढ़ाएं।
- साथ ही भगवान गणेश को 21 लड्डुओं का भोग भी जरूर लगाएं। इसके बाद इनमें से पांच लड्डुओं को ब्राह्मण को दान दें और कुछ को भगवान गणेश के पास रखें। बाकी लड्डुओं को प्रसाद स्वरूप अन्य भक्तों में बांट दे।