महाकाल पर चंद्रग्रहण का असर, देरी से होगी भस्म आरती

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: July 27, 2018 09:37 IST2018-07-27T09:37:25+5:302018-07-27T09:37:25+5:30

Ujjain Mahakal Temple Bhasm Aarti :चन्द्रग्रहण को दृष्टिगत रखते हुए मंदिर समिति के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

ujjain mahakal temple bhasm aarti was affected by the Lunar eclipse 2018 | महाकाल पर चंद्रग्रहण का असर, देरी से होगी भस्म आरती

ujjain mahakal temple bhasm aarti was affected by the July chandra grahan

शनिवार के दरमियान रात्रि को होने वाले चंद्रग्रहण का असर भगवान श्री महाकालेश्वर की श्रावण मास के पहले दिन होने वाली भस्मार्ती पर होने वाला है। भगवान की भस्मार्ती ग्रहण से प्रभावित हो रही है इसके चलते भस्मार्ती के समय में परिवर्तन किया गया है।28 जुलाई को प्रातः भगवान के पट ग्रहण काल समाप्त होने के बाद ही खोले जावेगे। ग्रहण के मोक्ष के बाद मंदिर की शुद्धि होगी। उसके पश्चात ही भस्मार्ती की पूजन प्रारम्भ होगी।

ग्रहण के मोक्ष के बाद होगी मंदिर की सफाई

 27 जुलाई शुक्रवार आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को चन्द्रग्रहण रहेगा। यह ग्रहण रात्रि 11:54 से आरंभ होगा तथा मोक्ष रात्रि 03:49 बजे होगा। कुल पर्व 3 घण्टा 55 मिनट का रहेगा ग्रहण काल का सूतक (वेध) दोपहर 03:55 बजे से प्रारम्भ होगा। श्रावण मास होने पर श्री महाकालेष्वर  के पट रात्रि 03 बजे खोले जाते है। परन्तु ग्रहण काल होने के कारण 28 जुलाई को प्रातः भगवान के पट ग्रहण काल समाप्त होने के बाद ही खोले जावेगे। ग्रहण के मोक्ष के बाद मंदिर की शुद्धि होगी। उसके पश्चात ही भस्मार्ती की पूजन प्रारम्भ होगी।

मंदिर में स्नान उपरान्त ही मिलेगी एंट्री 

चन्द्रग्रहण को दृष्टिगत रखते हुए मंदिर समिति के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें गर्भगृह निरीक्षक राकेश श्रीवास्तव को श्री महाकालेश्वर भगवान के पट प्रातः 04:30 के लगभग खोलने हेतु तथा साथी कर्मचारियों के साथ मोक्ष पश्चात स्नान कर गर्भगृह धुलवाने हेतु आदेशित किया गया है । इसके अतिरिक्त भस्मार्ती प्रभारी अशोक लाडगे को भस्मार्ती में आने वाले दर्शनार्थियों को ग्रहण समाप्ति के पश्चात प्रवेश दिये जाने तथा स्नान उपरान्त ही मंदिर में प्रवेश करने की सविनय अपील करने व दर्शनार्थियों को जल चढाने के लिए 04:45 के लगभग प्रवेश देने एवं भस्मार्ती व्यवस्था में कार्यरत कर्मचारियों को ग्रहण समाप्त होने के उपरान्त स्नान कर मंदिर में प्रवेश करने हेतु आदेशित किया गया है।

सूतक काल में बंद रहेगी मंदिर 

श्रीमती यशोदा शर्मा एवं श्रीमती गायत्री शर्मा सहायक को ग्रहण मोक्ष के बाद भोग कक्ष को शुद्ध कर प्रातःआरती में भोग की व्यवस्था हेतु आदेशित किया गया है। इसी प्रकार मनीष पांचाल प्रभारी कोठार व सहायक उमेश तिवारी को ग्रहण पर पूजन संबंधी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है। इसी प्रकार श्री महाकालेश्वर निःशुल्क अन्नक्षेत्र प्रभारी मिलिन्द वैद्य को 27 जुलाई कों ग्रहण सूतक काल में निःशुल्क अन्नक्षेत्र दोपहर 03.55 से बन्द करने हेतु आदेशित किया गया है।

(रिपोर्ट - बृजेश परमार )

English summary :
Ujjain Mahakal Temple Bhasm Aarti: On 28th July temple gate will open after the liberation of eclipse, the temple will be clean. After that Bismarati will start.


Web Title: ujjain mahakal temple bhasm aarti was affected by the Lunar eclipse 2018

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