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Surya Grahan 2024: आसमान में दिखेगा 'रिंग ऑफ फायर', जानें कब, कहां और कैसे देख सकेंगे ग्रहण का नजारा

By रुस्तम राणा | Updated: September 30, 2024 14:32 IST

Solar Eclipse 2024: विज्ञान के नजरिए सूर्य ग्रहण उस समय लगता है जब भी पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य एक सीध में आ जाते हैं। इस स्थिति में चंद्रमा बीच में आ जाता है। इससे पृथ्वी पर सूर्य से आने वाला प्रकाश बाधित हो जाता है।

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Surya Grahan 2024: दो अक्टूबर,  बुधवार को आसमान में एक अनोखी घटना घटने जा रही है। इस दिन साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है, जो कि एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। इस दौरान आसमान में सूर्य 'रिंग ऑफ फायर' की तरह नजर आएगा। ऐसा लगेगा मानो यह कोई आग का छल्ला हो। विज्ञान के नजरिए सूर्य ग्रहण उस समय लगता है जब भी पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य एक सीध में आ जाते हैं। इस स्थिति में चंद्रमा बीच में आ जाता है। इससे पृथ्वी पर सूर्य से आने वाला प्रकाश बाधित हो जाता है।

आसमान में किस समय दिखेगा यह नजारा

भारतीय समय के मुताबिक 2 अक्टूबर को रात 9 बजकर 13 मिनट से यह सूर्य ग्रहण शुरू होगा और 3 अक्टूबर को तड़के 3 बजकर 17 मिनट तक दिखाई देगा। ग्रहण की कुल अवधि 6 घंटे 4 मिनट तक रहेगी। 

भारत में नहीं दिखाई देगा सूर्य ग्रहण

अगर आप भारत में इसे देखना चाहते हैं तो आपको निराश होना पड़ेगा। क्योंकि यह वलयाकार सूर्य ग्रहण भारत में नहीं लगेगा। यह दक्षिणी अमेरिका में लगेगा। इसलिए यहां पर ग्रहण का सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। वैसे सूर्य ग्रहण में सूतक काल ग्रहण लगने से 12 घंटे पूर्व लग जाता है। जो ग्रहण समाप्ति के साथ ही खत्म होता है।

दुनिया के इन हिस्सों में आएगा नजर वलयाकार सूर्य ग्रहण चिली, अर्जेंटीना और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा। वहीं बाकी दक्षिण अमेरिका के अन्य देशों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण दिखेगा। सूर्य ग्रहण को देखने के दौरान सावधानियां जरूरी है। जैसे इसे सीधे देखने से बचना चाहिए। सूर्य ग्रहण के लिए खास चश्मे आते हैं। इसे उन्हीं के जरिए देखना चाहिए।

ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें

ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य या पूजा-पाठ करने से बचें। न तो खाना पकाएं और न ही कुछ खाएं। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए और बाहर जाने से बचना चाहिए। तुलसी या अन्य पौधों को न छुएं। सूतक काल के प्रभाव को कम करने के लिए खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दें। ग्रहण के दौरान अपने इष्ट देवी-देवताओं के नाम याद रखें। सूर्य ग्रह के मंत्रों का जाप करें। जब ग्रहण समाप्त हो जाए तो पूरे घर में गंगा जल का छिड़काव करें।

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