दिवाली के अगले दिन साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, जानिए इस बार सूतक काल कब से है, क्या होता है सूतक और किन बातों का रखना चाहिए ध्यान

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 23, 2022 03:03 PM2022-10-23T15:03:32+5:302022-10-23T15:03:32+5:30

Solar Eclipse 2022: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगने जा रहा है। भारत में ये भी कई राज्यों में ये ग्रहण नजर आएगा। ऐसे में ग्रहण का सूतक भी लगेगा। जानिए इस बारे में सबकुछ

solar eclipse 2022 on next day of Diwali, know Sutak time, do and don't list with all details | दिवाली के अगले दिन साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, जानिए इस बार सूतक काल कब से है, क्या होता है सूतक और किन बातों का रखना चाहिए ध्यान

दिवाली के अगले दिन सूर्य ग्रहण (फाइल फोटो)

Highlightsसूतक वह समय होता है जब कोई भी शुभ काम करने की मनाही होती है।हिंदू मान्यताों के अनुसार सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के अलावा शिशु के जन्म या घर में किसी की मृत्यु पर भी लगता है सूतक।सूर्य ग्रहण पर इस बार सूतक काल मंगलवार सुबह ही शुरू हो जाएगा।

Solar Eclipse 2022: सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण दोनों ही समय सूतक लगते हैं। सनातन धर्म को मानने वालों के अनुसार इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। पूजा और मू्र्ति स्पर्श की भी मनाही होती है। सूतक काल में मंदिरों के कपाट बंद कर दिये जाते हैं। कई जगहों पर मूर्तियों को भी ढक देने की परंपरा है।

ऐसी मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के समय 12 घंटे और चंद्र ग्रहण के दौरान 9 घंटे पहले से ही सूतक काल शुरू हो जाता है और ग्रहण खत्म होने तक यह जारी रहता है। ऐसी मान्यता है कि ग्रहण के बाद घरों और मंदिरों की साफ-सफाई और स्वयं के स्नान आदि के बाद ही पूजा-पाठ और दूसरे काम शुरू करने चाहिए।

Surya Grahan: सूतक क्या होता है?

दरअसल, सूतक वह समय होता है जब कोई भी शुभ काम करने की मनाही होती है। ये सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के समय लगता है। साथ ही किसी घर में शिशु के जन्म या किसी के निधन के बाद भी उस परिवार के सदस्यों को कुछ दिन सूतक की स्थिति में बिताने होते हैं। मान्यताओं के अनुसार निर्धारित अवधि में शुभ काम मसलन विवाह, धार्मिक कामकाज या मूर्ति स्पर्श, पूजा-पाठ, हवन आदि नहीं करना चाहिए।  जन्म और मरण के समय मनसहज स्थिति में नहीं होते। इसलिए कहा गया है कि ऐसी अस्त-व्यस्त मानसिकता में पूजा-पाठ या शुभ काम नहीं करना चाहिए।

Surya Grahan 2022: इस बार कब से कब है सूतक काल 

इस बार दिवाली के अगले दिन 25 अक्तूबर को साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगेगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। ये सूर्य ग्रहण 4 घंटे और 3 मिनट का होगा। सूर्य ग्रहण दोपहर में 02 बजकर 29 मिनट पर लगेगा और इसका समापन शाम 6 बजकर 32 मिनट पर हो जाएगा। भारत में इसकी शुरुआत शाम को 04 बजकर 22 मिनट से होगी।

चूकी सूतक सूर्यग्रहण से 12 घंटे पहले से लग जाता है, इसलिए भारत में तड़के से ही सूतक काल शुरू हो जाएगा। भारत में सूर्य ग्रहण का आरंभ शाम 4:22 से होगा। ऐसे में यहां सूतक 25 अक्तूबर को ही सुबह 4:22 मिनट से लग जाएगा और ग्रहण के समाप्त होने तक रहेगा। इसके मायने ये हुए दिवाली की अगली सुबह की शुरुआत ही सूतक काल में होगी।

Surya Grahan 2022: सूतक काल और ग्रहण में किन बातों का रखें ध्यान

ग्रहण के सूतक के दौरान शुभ काम करने की मनाही होती है लेकिन गर्भवती स्त्रियों को विशेष ध्यान रखना चाहिए। सूतक काल में गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। मान्यता है कि इस दौरान काफी नकारात्मक उर्जा वातावरण में फैली होती है और बच्चे पर बुरा साया पड़ सकता है। सूतक के दौरान नया काम करने से बचना चाहिए। जब ग्रहण शुरू हो जाए और सावधानी बरतने की आवश्यता होती है।

ऐसी मान्यता है कि ग्रहण के दौरान कुछ भी खाना-पीना नहीं चाहिए। जरूरत पड़ने पर बीमार या बच्चे केवल उन्हीं खानों का इस्तेाल कर सकते हैं जिस पर तुलसी पत्ता पहले से रखा गया हो। ग्रहण के दौरान भोजन पकाने की भी मनाही होती है। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान काटने-छांटने वाले काम नहीं करने चाहिए। चाकू, ब्लेड, कैंची जैसी चीजों का इस्तेमाल नहीं करें। मान्यता है कि इससे गर्भ में पल पहे बच्चे के विकास पर असर पड़ता है। ग्रहण के दौरान यौन संबंध बनाने से भी बचना चाहिए।

Web Title: solar eclipse 2022 on next day of Diwali, know Sutak time, do and don't list with all details

पूजा पाठ से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे