बसंत पंचमी 2018 : पीले रंग की समाग्री से करें माता सरस्वती की पूजा, मिलेगा मनचाहा फल

By धीरज पाल | Updated: January 22, 2018 09:04 IST2018-01-21T16:31:58+5:302018-01-22T09:04:58+5:30

मनोवैज्ञानिकों के अनुसार रंगों का हमारे जीवन से गहरा नाता है। पीला रंग उमंग बढ़ाने में सहायक के साथ हमारे दिमाग पर अधिक स्ट्राइक करता है।

significance of yellow colour in basant panchami 2018 | बसंत पंचमी 2018 : पीले रंग की समाग्री से करें माता सरस्वती की पूजा, मिलेगा मनचाहा फल

बसंत पंचमी 2018 : पीले रंग की समाग्री से करें माता सरस्वती की पूजा, मिलेगा मनचाहा फल

भारत में परंपरागत रूप से 6 ऋतुएं होती है- बसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद्, हेमंत, शिशिर। हर मौसम अपने आप में खास महत्व होता है लेकिन माघ महीने में पड़ने वाली बसंत ऋतु का अलग महत्व होता है। इस बार बसंत पंचमी  22 जनवरी को है। यह दिन हिंदू पंचांग के मुताबिक बसंत पंचमी माघ महीने में शुक्ल की पंचमी पर पड़ता है। यह दिन हिंदू धर्म के लिए खास होता है क्योंकि इस दिन से नए मौसम के आगमन के साथ मां सरस्वती का जन्मोत्सव होता है।

मां सरस्वती को चढ़ाएं पीले रंग की पूजा समाग्री

इस दिन कला और विद्या की मां सरस्वती की पूजा की जाती है। इस दिन लोग पीले रंग का काफी महत्व होता है। कहा जाता है कि इस दिन मां सरस्वती को पीले रंग के पूजा समाग्री का चढ़ावा चढ़ानी चाहिए।इस दिन मां सरस्वती को आप पीले रंग के फूल, पीले रंग के फल, पीले रंग की मिठाईयां, पीले रंग की चुनरी आदि समाग्री अर्पित करने से मां खुश होती हैं। इससे आप पर मां की कृपा सदैव बनी रहती हैं।      

इस दिन स्कूल, कॉलेजों और सार्वजनिक जगहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस दिन से बंसत ऋतु की शुरुआत हो जाती है। बसंत ऋतु का नाम आते ही जेहन में सबसे पहले खेतों में लहलाते सरसों, बगान में लदे गेंदे के फूल, बहती पछुआ हवाएं और पीले रंग की मिठाईयां आदि चीजे उमड़ जाती है।
 
इस त्योहार में पीले रंग का काफी महत्व होता है। इसका नजारा आपको इस दिन देश के अलग-अलग राज्यों में मिल जाता है। लोग पीले रंग के कपड़े पहनकर लोक गायन और नृत्य की प्रदर्शनीय करती हैं। इस दिन पीले रंग के फूल, पकवान और कपड़े दिन पहन कर पूजा की जाती है।

मां सरस्वती को इस दिन पीले रंग के फूल चढ़ाए जाते हैं और पीले रंग के व्यंजनों का भोग लगाया जाता है। ऐसा इसीलिये होता है क्योंकि पीले रंग को वंसत का प्रतीक माना जाता है। कहा जाता है कि मां सरस्वती को पीला रंग बेहद प्रिय होता है। इसीलिये इस दिन पीले रंग का खास महत्व होता है।  

मनौवैज्ञानिक महत्व

मनोवैज्ञानिकों के अनुसार रंगों का हमारे जीवन से गहरा नाता है। पीला रंग उमंग बढ़ाने में सहायक है। पीला रंग हमारे दिमाग को अधिक सक्रिय करता है। जो महिलाएं महीने में कई बार पीले परिधान धारण करती थीं, उनका आत्मविश्वास ऐसा न करने वाली महिलाओं की तुलना में करीब चालीस फीसदी अधिक था। 

Web Title: significance of yellow colour in basant panchami 2018

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